डीआइजी के साथ एसपी ने दी पीड़ित परिवार को 1 लाख की राहत राशि
रातभर मृतका के गांव में डेरा डाले रहे पुलिस के आलाधिकारी, डीआइजी के साथ एसपी का दौरा
नरसिंहपुर। चीचली थाना क्षेत्र के एक गांव में सामूहिक दुष्कर्म के बाद अनुसूचित जाति की महिला द्वारा 2 अक्टूबर को की गई आत्महत्या के मामले में पुलिस अधीक्षक अजय सिंह शनिवार को डीआइजी छिंदवाड़ा रेंज अनिल माहेश्वरी के साथ पीड़ितों से मिले। उन्हें एक लाख रुपये की राहत राशि का चेक प्रदान किया।
इसके पूर्व शुक्रवार की रात गहमागहमी भरी रही। मुख्यमंत्री द्वारा आरोपितों व गोटिटोरिया चौकी प्रभारी पर मामला दर्ज करने के आदेश के बाद पुलिस अधीक्षक अजय सिंह अपने स्वीकृत अवकाश को रद्द कर जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां से वे सीधे उस गांव में गए जहां ये समूचा घटनाक्रम हुआ। मृतका के गांव में रातभर पुलिस ने कैंप लगाकर आरोपितों की धरपकड़ के लिए कई टीमें बनाईं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश तिवारी व गाडरवारा एसडीओपी सीताराम यादव के नेतृत्व में पुलिस टीमों ने लगाकर आसपास के क्षेत्रों में दबिश दी। आखिरकार शनिवार सुबह होने तक सभी नामजद लोग हिरासत में ले लिए गए। शनिवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे एसपी अजय सिंह ने गाडरवारा में प्रेस कांफ्रेस कर पकड़े गए आरोपितों अरविंद चौधरी, परसु, अनिल राय, मोतीलाल चौधरी, लीलाबाई चौधरी के अलावा गोटिटोरिया चौकी प्रभारी मिश्रीलाल कुड़ापे व चीचली थाने के प्रभारी अनिल सिंह पर मामला दर्ज करने समेत उनकी गिरफ्तारी की जानकारी मीडिया को दी। इसके बाद पुलिस अधीक्षक पुन: दल-बल के साथ गांव पहुंचे जहां उन्होंने पीड़ित परिजन से मुलाकात की। गांववालों से घटनाक्रम के बारे में जाना। शाम को डीआइजी छिंदवाड़ा रेंज अनिल माहेश्वरी के साथ जाकर पीड़ितों को एक लाख रुपये की सहायता राशि का चेक प्रदान किया। लाइन एंड आर्डर को बनाए रखने के लिए रात को डीआइजी व एसपी फिर से मृतका के गांव पहुंचे। देर रात तक पुलिस के आलाधिकारी यहीं पर डेरा डाले रहे।