जल-स्तर अच्छा है, गर्मियों में ना आए पानी की समस्या

मुख्यमंत्री ने की पेयजल व्यवस्थाओं की समीक्षा

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मुख्यमंत्री   शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इस बार अच्छी बारिश के कारण प्रदेश में जल-स्तर अच्छा है। संबंधित विभाग पहले से ही इस प्रकार की तैयारी करें, जिससे ग्रीष्म ऋतु में पानी की समस्या बिल्कुल ना आए। मुख्यमंत्री  आज मंत्रालय से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आगामी दिनों की पेयजल व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे।

20 हज़ार बसाहट में कराए जाएंगे पेयजल संबंधी कार्य

प्रमुख सचिव   संजय शुक्ला ने बताया कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ग्रीष्म ऋतु में सभी ग्रामीण क्षेत्रों में समुचित पेयजल आपूर्ति के लिए प्रदेश की 20 हजार 780 बसाहटों में कार्य कराए जाने हैं। इनमें से 7236 बसाहटों के 21685 हैंडपंपों के रायजर पाइप बढ़ाए जाएंगे, 5472 बसाहटों में नवीन हैंडपंप लगाए जाएंगे, 338 बसाहटों में नल-जल योजना की पाइप-लाइन बढ़ाई जाएगी, 5210  बसाहटों में सिंगल फेस मोटर की स्थापना की जाएगी तथा 2524 बसाहटों में हाइड्रोफ्रेक्चरिंग का कार्य कराया जाएगा। इसके बाद सभी क्षेत्रों में सुचारू जल आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी।

प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 55 लीटर पानी

मुख्यमंत्री   चौहान ने निर्देश दिया कि पेयजल आपूर्ति में सुनिश्चित किया जाए कि निर्धारित मापदंड के अनुसार प्रति व्यक्ति प्रतिदिन पानी की आपूर्ति हो। बताया गया कि प्रदेश की कुल 1,13,719  पूर्ण बसाहटों में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 55 लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल की समुचित आपूर्ति के लिए सभी जल स्रोतों का डेटाबेस बनाया जा रहा है तथा वाटर सोर्स एटलस भी तैयार किया गया है।

राज्य एवं जिला स्तर पर पेयजल कंट्रोल रूम

मुख्यमंत्री ने नागरिकों की पेयजल समस्याओं के निराकरण के लिए राज्य-स्तर एवं जिला स्तरों पर पेयजल कंट्रोल रूम का सुचारू संचालन किए जाने के निर्देश दिए। बताया गया कि इसके लिए राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया गया है, जिसका टेलीफोन नम्बर 0755-2779411 तथा 2779412 है। सभी जिलों में जिला-स्तरीय पेयजल कंट्रोल रूम बनाए जा रहे हैं।

 

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