मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वतंत्रता दिवस पर भोपाल के शौर्य स्मारक में भारतमाता की कांस्य प्रतिमा का अनावरण करते हुये कहा कि भारत माता हमे शक्ति दें कि मध्य प्रदेश वैभवशाली, गौरवशाली और संपन्न देश के निर्माण में अपना सशक्त योगदान दे सके। श्री चौहान ने कहा कि देश पर सर्वस्व न्यौछावर करने वाले वीर सपूत सैनिकों की स्मृति में निर्मित शौर्य स्मारक में भारत माता की दिव्य और भव्य प्रतिमा स्थापित करने का मेरा संकल्प आज साकार हुआ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शौर्य स्मारक पर वीरों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने आये सरसंघ चालक मोहन भागवत सहित अनेक लोगों के मन में अक्सर यह भाव आता था कि यहाँ भारतमाता की मूर्ति होनी चाहिए। यह सपना आज साकार हुआ। उन्होंने कहा शौर्य स्मारक आने वाला हर व्यक्ति वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देकर भारतमाता को प्रणाम कर देश भक्ति के भाव से भर जायेगा।
संस्कृति, पर्यटन एवं आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने भी शौर्य स्मारक पर वीर सपूतों को पुष्पचक्र अर्पित करने के बाद भारतमाता को पुष्पांजलि अर्पित की। भोपाल सांसद सुश्री प्रज्ञा ठाकुर, पूर्व महापौर आलोक शर्मा, श्रीमती साधना सिंह और प्रमुख सचिव संस्कृति, पर्यटन और जनसम्पर्क शिवशेखर शुक्ला भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर भारतमाता की मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार राजकुमार पण्डित का शाल श्रीफल से सम्मान किया।
अशोक चक्र राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत भी उकेरा गया है पेडस्टल पर
प्रतिमा स्थापना के लिये विशेषज्ञों, वास्तुविदों, शिल्पकारों, चित्रकारों, आकल्पनकारों और संस्थानों आदि से प्रस्ताव आमंत्रित करने के बाद आर्शीवचन की मुद्रा में राष्ट्रध्वज सहित कमल पर भारतमाता की लगभग 25 फीट (पेडस्टल सहित 37 फीट) कांस्य प्रतिमा स्थापित की गई है। प्रतिमा के पेडस्टल पर अशोक चक्र के साथ राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत भी उकेरा गया है। वहीं स्मारक में भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना से संबंधित संक्षिप्त ऐतिहासिक जानकारी, चित्र, अस्त्र-सशस्त्रों के छायाचित्र, टेबलटॉप मॉडल स्केल मॉडल शौर्यपदक विवरण, शौर्य से संबंधित प्रकाशन, लघु फिल्म प्रदर्शन आदि के माध्यम से जनसामान्य को भारतीय सेना की शौर्यगाथाओं से परिचित कराया जाता है। अब तक 26 लाख 50 हजार से अधिक लोग यहाँ आ चुके हैं।