सालीचौका: रात होते-होते चौकी प्रभारी ने किया मामला रफा-दफा, छोड़ी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां
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नरसिंहपुर। सालीचौका चौकी के ग्राम पनागर में रेत को लेकर उपजे विवाद में पुलिस की कार्यप्रणाली रेत माफिया के साथ मिलीभगत की आशंका को बढ़ा रही है। बीते दिवस पुलिस ने विवाद बढ़ने पर एक जो ट्रैक्टर-ट्राली पकड़ी थी उसमें पुलिस मंगलवार को भी कोई मामला दर्ज नहीं कर सकी। चौकी प्रभारी पूरे मामले में पर्दादारी करने में लगे रहें। जैसे ही शाम का अंधेरा बढ़ा तो चौकी परिसर से ट्रैक्टर-ट्राली गायब हो गई। वहीं दो ट्रैक्टर-ट्रालियों को पकड़ने के बाद पुलिस ने आनन फानन कार्रवाई कर प्रकरण दर्ज कर लिया था। सालीचौका क्षेत्र में रेत का अवैध खनन और परिवहन लंबे समय से सुर्खियों में हैं। जिसमें पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर भी ग्रामीण खुलकर आरोप लगा रहे हैं कि स्थानीय पुलिस धनलक्ष्मी कंपनी के नुमाइंदों और अवैध खनन से जुड़े लोगों के इशारे पर कार्य कर रही है। ग्राम पनागर में बीते सोमवार को फिर रेत के विवाद में हुए खूनी संघर्ष के बाद भ्ाी पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं दिख रहा है। पुलिस ने रेत परिवहन के मामले में जो तीन ट्रैक्टर-ट्रालियां पकड़ी थीं उनमें दो वाहनों के खिलाफ तो पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है। लेकिन एक ट्रैक्टर-ट्राली जो 24 घंटे से चौकी परिसर में खड़ी है उस पर पुलिस कोई मामला दर्ज नहीं कर सकी है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस शुरू से ही अपनी कार्यप्रणाली से अवैध खनन करने वालों को सरंक्षण दे रही है। यदि पुलिस को मामला दर्ज नहीं करना है तो फिर उक्त वाहन को पकड़कर चौकी क्यों लाया गया। बताया जाता है कि दो ट्रैक्टरों के चालकों को पुलिस ने न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। पुलिस की एकतरफा कार्रवाई के विरोध में पीड़ित पक्ष ने एसडीओपी को आवेदन देकर न्याय की मांग की है। जिसमें कहा है कि पुलिस द्वारा जप्त किए गए ट्रैक्टर-ट्राली पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। पुलिस की यह कार्यप्रणाली आने वाले समय में फिर विवाद की स्थिति को जन्म देने वाली है। देर शाम पुलिस द्वारा ट्रैक्टर-ट्राली को छोड़े जाने की जानकारी लगने पर ग्रामीणों ने असंतोष जताया है।