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नरसिंहपुर: एक लाख की रिश्वत के लिए किसान को दिलाया उधार, चौकी प्रभारी समेत चार निलंबित

नरसिंहपुर। आमगांव चौकी प्रभारी दीप्ति मिश्रा व उनके चार सहयोगी आरक्षकों ने रिश्र्वतखोरी के लिए माफिया को संरक्षण देने का शर्मशार करने वाला उदाहरण पेश किया है। इन पुलिस कर्मियों ने किसानों को झूठे शराब के प्रकरण में फंसाने की धमकी देकर पहले एक लाख रुपये की मांग की। जब वे रुपये का इंतजाम नहीं कर सके तो अपने संरक्षण में पल रहे साहूकार से जमीन गिरवी रखवाकर रकम हासिल की। मामले की शिकायत होने और स्टिंग वीडियो सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव ने आमगांव की चौकी प्रभारी दीपि्त मिश्रा के अलावा तीन आरक्षकों मोहम्मद दाउद खान, ऋचा तिवारी व अमन राजपूत को निलंबित कर दिया।
ये है मामला
10 सितंबर को खैरी गांव के शिवम कौरव ने पुलिस अधीक्षक को एक शिकायत पत्र दिया था। जिसमें कहा गया था कि उसका अपने पड़ोसियों मदन कौरव पिता चरन कौरव, मोहन पिता सर्जन सिंह कौरव, सतीष पिता चरन कौरव के साथ करीब 12 साल से जमीनी विवाद चल रहा है। इन्होंने पुलिस से मिलकर बीते शुक्रवार 2 सितंबर की रात को उसके खेत में लगे गन्ने में रोड के पास रखवा दी थी। अगले दिन शनिवार सुबह करीब 11 बजे आमगाव चौकी से पुलिस बल ने उसे, चाचा छोटेलाल व ब्रजेश कौरव के साथ धक्कामुक्की कर जबरन हमसे 5 कुप्पी शराब उठवाकर साथ में लाए। जिसका ऋचा तिवारी द्वारा वीडियो बनाया गया। चौकी में आरक्षक अमन और दाऊद खान ने ब्रजेश व शिवम को छोड़ने एक लाख रुपये की मांग की। ये भी कहा कि उनकी गाड़ी भी छोड़ देंगे लेकिन छोटेलाल पर केस बनाएंगे। पैसे नहीं होने की बात कहने पर चौकी प्रभारी दीपि्त ने धमकाया कि तीनों को जेल भिजवा दूंगी।
दोस्त साहूकार आरक्षक ने दिलवाए रुपये
शिवम के अनुसार जब उसने पैसे न होने की बात कही तो चौकी प्रभारी ने उससे उस साहूकार का पता पूछा जिससे उनका लेनदेन चलता है। इस पर चाचा ब्रजेश ने करेली के रमेश कोचर का नाम बताया। जिसके बाद चौकी प्रभारी ने आरक्षक दाऊद खान की मोटरसाइकिल से साहूकार के पास भेजा। जहां आरक्षक ने फरियादी से ये कहा कि तुम मां की तबियत खराब है, उसका इलाज कराना है, ये कहकर रुपये मांगना। साहूकार के घर के बाहर आरक्षक खड़ा रहा। हालांकि कोचर ने पैसे नहीं दिए। इसके बाद आरक्षक दाउद ने खाली चेक लेकर व जमीन की दो बही लेकर अपने दोस्त राकेश गुप्ता से एक लाख रुपये दिलवाए। प्रार्थी को धमकाया कि ये बात किसी को नहीं बताना। प्रार्थी का कहना था कि उसने रिश्तेदारों से पैसे जुटाकर राकेश गुप्ता को देकर अपने चेक, बही आदि वापस लिए।
चाचा पर बनाया केस, फिर मांगे 50 हजार
शिवम कौरव ने बताया कि एक लाख रुपये लेने के बाद चौकी प्रभारी ने चाचा ब्रजेश पर केस बना दिया। अब वे न्यायालय में चालान पेश करने के नाम पर 50 हजार रुपये की और उगाही करने का दबाव बना रहे थे। शिकायत के साथ प्रार्थी ने रिकार्डिग व अन्य तकनीकी साक्ष्य भी पेश किए। मामले को संगीन मानकर एसपी ने प्रकरण की जांच एसडीओपी को सौंपी। पड़ताल के दौरान ये साबित हो गया कि चौकी प्रभारी व तीनों आरक्षकों ने झूठा केस बनाया, एक लाख रुपये वसूले, साहूकार से पैसे दिलाए। जिसके बाद चारों को निलंबित करने की कार्रवाई की गई।