नरसिंहपुर। शहर के शुभ नगर में संचालित चौकसे अस्पताल को जिला स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम ने सील कर दिया है। ये अस्पताल बिना पंजीयन के संचालित हो रहा था। अस्पताल में जीवनरक्षक उपकरणों को संचालित करने का लाइसेंस भी नहीं था। और तो और यहां भर्ती मरीजों के लिए जो नर्सें तैनात थीं, वे अप्रशिक्षित थीं। अधिकांश किसी कॉलेज में प्रथम वर्ष की छात्राएं निकलीं। जांच दल ने यहां मरीजों के इलाज पर रोक लगा दी है। जो मरीज पहले से भर्ती थे, उन्हें जिला अस्पताल शिफ्ट कराया गया।
सोमवार को सीएमएचओ डॉ. एके जैन ने अस्पताल की जांच के लिए चार सदस्यीय विशेष टीम का गठन किया।
इनका कहना है
चौकसे अस्पताल में मरीजों की सुरक्षा में चूक के साथ उपकरण संचालन संबंधी अन्य जरूरी लाइसेंस भी नहीं मिले हैं। इमारत भी गाइडलाइन के अनुसार नहीं है। हमने अस्पताल को सील कर दिया है। इसका प्रतिवेदन सीएमएचओ को सौंपा जा रहा है।
डॉ. विनय ठाकुर, जांच दल प्रमुख, स्वास्थ्य विभागहमने सीएमएचओ को अस्पताल संचालन के लिए पंजीयन संबंधी आवेदन दे दिया है। अन्य जरूरी उपकरणों की सूची भी हमने दे दी है। मैं एक एमडी डॉक्टर हूं इसलिए मरीजों को भर्ती करना, इलाज देना मेरा प्रथम कर्तव्य है।
डॉ. अमित चौकसे, अस्पताल संचालक
शिकायत थी कि चौकसे अस्पताल के पास पंजीयन नहीं है, इसलिए जांच दल गठित कर कार्रवाई की गई है। जांच में जो भी खामियां मिलेंगी, उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. एके जैन, सीएमएचओ, नरसिंहपुर