नरसिंहपुर: प्रसूता का होता रहा रक्तस्त्राव, चिकित्सक कहते रहे सब ठीक, अंत में मौत
नरसिंहपुर। पहली डिलिवरी के दौरान अत्याधिक रक्तस्त्राव के चलते जबलपुर मेडिकल रेफर की गई प्रसूतिका की बीती 5 दिसंबर को मौत हो गई। मामले में परिजनों ने जिला अस्पताल के चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर सीएमएचओ को शिकायत की है। इतवारा बाजार निवासी विवेक आनंद साहू ने बताया कि पत्नी अनामिका साहू को बीती 2 दिसंबर को जिला अस्पताल भर्ती कराया गया था। अगले दिन दोपहर 2 बजे दर्द हुआ और शाम 4.30 बजे सामान्य प्रसव हो गया। इसके बाद से रक्त का स्त्राव होता रहा । परिजनों को यहां-वहां कर दिया गया। पूछे जाने पर शाम 7 बजे के करीब बताया गया कि मरीज की बच्चा दानी फट गई है, टांके लगाए गए हैं। आरोप है कि बाहर ले जाने के आग्रह कहा सब ठीक होने का कहा जाता रहा। रात करीब 11 बजे सूचित किया गया कि मरीज को एम्बूलेंस से मेडिकल कॉलेज जबलपुर जाएं, हालत खराब है। आनन-फानन में परिजन मरीज को लेकर निकले। रास्तेभर रक्तस्त्राव होता रहा। एंबुलेंस में चिकित्सक नहीं थे, न ही मरीज को रक्त सुविधा उपलब्ध कराई। मेडिकल कॉलेज जबलपुर पहुंचने पर इलाज तो मिला लेकिन 5 दिसंबर की सुबह 11 बजे उसकी मौत हो गई। शिकायत है कि जांच संबंधी रिपोर्ट जिला अस्पताल व मेडिकल कालेज द्वारा नहीं दी गई है। परिजनों का कहना है कि यदि पहले ही मरीज को जबलपुर ले जाने दिया होता तो उसकी जान बच सकती थी। लेबर वार्ड के चिकित्सकों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है।