जबलपुर। सोमवार तड़के विजयनगर निवासी कोरोना संक्रमित आरके पांडेय की मृत्यु हो गई थी। इस निधन के करीब 11 घंटे बात नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज की चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम ने मृत्यु का कारण कोरोना होने पर संशय जाहिर कर दिया है। डॉक्टर्स की ताजा रिपोर्ट्स से जबलपुर में कोरोना के कारण एक मौत हुई है या दो, यह एक सवाल बन गया है। गौरतलब है कि सोमवार तड़के करीब 4.45 बजे कोविड वार्ड में दिनांक 27 अप्रैल से भर्ती विजयनगर निवासी रमेश पाण्डेय ( लगभग 67 वर्ष ) का निधन हो गया था।
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बताई वजह, चिकित्सकों का ये है मत
चिकित्सकों के अनुसार भर्ती के पूर्व से ही श्री पांडेय पैर में फ़्रैक्चर, ओबसट्रकटिव यूरोपैथी ( obstructive uropathy), उच्च रक्तचाप से ग्रसित थे तथा फ़्रैक्चर के कारण चल फिर सकने में असमर्थ थे। मूत्र नली में काफ़ी समय से स्ट्रिक्चर होने के कारण मूत्र मार्ग में रुकावट , इन्फ़ेक्शन, किडनियों में सूजन ( बाईलैटरल हाइड्रो नेफ़रोसिस ) आदि की समस्या उत्पन्न हो गई थी। किड्नी सम्बन्धी कारणों से ब्लड यूरिया एवं क्रीऐटिनीन बढ़ने के साथ रक्त में संक्रमण भी फैल गया था। चल फिर सकने में असमर्थ होने के कारण उन्हें थ्रोम्बोसिस एवं एमबोलिज्म का ख़तरा बहुत अधिक था । उन्हें कोरोना के कारण फेफड़ों में निमोनिया आदि की समस्या नहीं थी एवं वे भर्ती के समय से ही ऑक्सिजन सैच्युरेशन मैंटैन कर पा रहे थे। तीन मई को मूत्र मार्ग अवरुद्ध होने से पेशाब की थैली में मूत्र इकट्ठा होने के कारण पेट फूलने की समस्या हुई थी, जिसके लिए इमर्जेन्सी रूप से विशेषज्ञ यूरोलोजिस्ट द्वारा एक ऑपरेशन के माध्यम से उन्हें पेशाब के लिए कैथेटर भी लगाया गया था। उनके उपचार के लिएअन्य विभागों के स्पेशलिस्ट द्वारा भी परामर्श लिया गया था। रात्रि में उन्हें साँस लेने में समस्या होने पर निश्चेतना विशेषज्ञों द्वारा वेंटिलेटर पर रखा गया परंतु समस्त प्रयासों के बाद भी उनकी जीवन रक्षा नहीं हो सकी। विशेषज्ञों के मत में उन्हें पूर्व से अन्य बीमारियों के कारण अधिक ख़तरा था।