नरसिंहपुर। रेड जोन भोपाल से लौटकर कॉरेन्टीन होने के बजाय घर में भजन मंडली बुलाकर, मंदिर में भंडारा करवाना गाडरवारा के एक दैनिक वेतनभोगी को मंहगा पड़ गया। पत्नी के कोरोना संक्रमित निकलते ही उसे नगरपालिका ने बर्खास्तगी का पत्र थमा दिया। इसी तरह के एक अन्य मामले में पुत्र की गलती की सजा नपा गाडरवारा के समयपाल कर्मचारी को मिली है। सोमवार को उसे भी निलंबित कर दिया गया है। सोमवार को हुई दो नए मरीजों की पुष्टि के बाद गाडरवारा का सुभाष और जगदीश वार्ड कंटेन्मेंट एरिया घोषित कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार नगरपालिका परिषद में दैनिक वेतन भोगी के रूप में कार्यरत कर्मचारी पर आरोप है कि वह 30 जून को कोरोना संक्रमित रेड जोन भोपाल से शहर आया था। यहां आकर वह कॉरेन्टीन होने के बजाय सामाजिक, धार्मिक क्रियाकलापों, मेलजोल में लिप्त हो गया। परिजन सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल होते रहे। घर में आस-पड़ोस के लोगों को बुलाकर भजन-कीर्तन व जगदीश मंदिर के भंडारे जैसे धार्मिक कार्यक्रम में भोजन वितरण आदि भी इनके द्वारा किया गया। कोविड 19 के सैंपल परीक्षण के उपरांत दैवेभो की पत्नी कोरोना संक्रमित पाई गईं हैं। नगरपालिका प्रशासन ने कोरंटाइन के नियमों को ताक में रखकर संक्रमण को बढ़ाने का इन्हें दोषी मानते हुए कर्मचारी की सेवा समाप्ति का आदेश जारी किया है।
जबलपुर में शादी समारोह से लौटकर खूब घूमा युवक: नगरपालिका परिषद गाडरवारा में समयपाल पद पर कार्यरत कर्मचारी का पुत्र 3 जुलाई को जबलपुर से वापस आया था। कर्मचारी का पुत्र जबलपुर से आकर पूरे शहर में आवागमन करता रहा। युवक के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद नगरपालिका प्रशासन ने इन्हें भी तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश थमा दिया है।