जिले में पहुँची कोरोना मरीजों की संख्या पौने पांच सौ के पार, शिक्षा विभाग में कोरोना पाजिटिव मिलने से हड़कंप
नरसिंहपुर । बुधवार को एक साथ 40 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।इतने सारे मरीजों के आने से हड़कंप की स्थिति रही। देर शाम से इन मरीजों को जिले के विभिन्न् कोविड केयर सेंटरों में पहुंचाने की कार्रवाई चलती रही। इसके साथ ही इन मरीजों के प्रथम संपर्क वाले व्यक्तियों की पड़ताल के साथ कांटेक्ट ट्रेसिंग को लेकर जिला प्रशासन ने राजस्व व स्वास्थ्य महकमे की टीम को निर्देशित किया है। जिले में अब कोरोना के कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 481 हो गई है।जिले में बुधवार को कोरोना मरीजों की संख्या पौने पांच सौ के आंकड़े को पार कर गई। कोविड-19 की तीन अलग-अलग सैंपल रिपोर्ट में 40 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। ये अब तक किसी एक दिन में मिली संक्रमितों की जिले में सर्वाधिक संख्या है। इन मरीजों में गोटेगांव-करेली के 12-12, नरसिंहपुर के 11 और गाडरवारा के 5 व्यक्ति शामिल हैं।
बुधवार दोपहर को आई 55 व्यक्तियों की पहली रिपोर्ट में से 10 लोगों को नरसिंहपुर शहर में कोरोना संक्रमित पाया गया है। इनमें से 2 व्यक्ति राम वार्ड, 1 व्यक्ति पटेल वार्ड, 2 व्यक्ति किसानी वार्ड समेत महाकोशल नगर, यादव कॉलोनी गली नंबर 10, जेल लाइन, पाठक वार्ड व मुशरान वार्ड में एक-एक कोरोना मरीज की पुष्टि हुई है। वहीं शाम को ट्रूनॉट मशीन से एक अन्य व्यक्ति को कोरोना संक्रमित बताया गया है। ये मरीज राजीव वार्ड का निवासी बताया गया है। इसके बाद रात को आई तीसरी रिपोर्ट में 29 लोगों के संक्रमण की पुष्टि हुई। इनमें 12 व्यक्ति गांधी वार्ड गोटेगांव निवासी, 12 व्यक्ति महादेव वार्ड करेली, 4 व्यक्ति शिवाजी वार्ड गाडरवारा व 1 व्यक्ति शास्त्री वार्ड गाडरवारा का निवासी बताया गया है।
शिक्षा विभाग में हड़कंप
बुधवार सुबह आई 10 कोरोना संक्रमितों की रिपोर्ट में एक व्यक्ति शिक्षा विभाग का पीटीआई बताया जा रहा है। इनके संक्रमित निकलने के बाद शिक्षा विभाग समेत शहर के तीन अन्य स्कूलों में पदस्थ कर्मचारी दहशत में हैं। जानकारी के अनुसार जब रिपोर्ट में इनके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई तब ये स्टेशनगंज स्थित एसडीएम स्कूल में वहां के कर्मचारियों के साथ बैठे थे। इन्हें जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से फोन पर संक्रमित होने की सूचना दी गई। इसके पहले ये शिक्षा विभाग में भी बुधवार को करीब आधा घंटे तक विभिन्न् कर्मचारियों के साथ हंसते-बतियाते, मेल-मुलाकात कर चुके थे। उत्कृष्ट विद्यालय में भी ये कोविड-19 की सैंपलिंग के बाद से खुद को क्वारंटाइन करने के बजाय विभागों, स्कूलों में आना-जाना कर रहे थे। इनके संक्रमित होने की पुष्टि के बाद जिला शिक्षा विभाग में हड़कंप की स्थिति देखने को मिली। डीईओ अरुण कुमार इंगले के निर्देश पर शाम होते-होते विभाग के परिसर को सैनिटाइज कराया गया। अधिकांश कर्मचारियों का कहना था कि संक्रमित व्यक्ति के कारण उनका स्वास्थ्य भी खतरे में पड़ गया है। कई तो ऐसे लापरवाह कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात तक करते नजर आए।