नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के बीच पूरी दुनिया में वैक्सीन बनाने की कवायद जारी है, मगर रूस इसके काफी करीब पहुंच चुका है। कोरोना वायरस के कहर के बीच रूस से अच्छी खबर यह है कि रूस कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए बुधवार 12 अगस्त को तैयार है। दुनियाभर में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा लगातार बढ़ते जा रहा है। ऐसे में आज रूस ने दावा किया कि उन्होंने दुनिया की पहली कोरोनो वैक्सीन बना ली है और इसकी सभी ट्रायल भी पूरे कर लिए गए हैं। रूस राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के दावे पर यदि यकीन किया जाए तो लोगों को एक उम्मीद की किरण दिख रही है।रूस का दावा है कि कोरोना वैक्सीन तैयार करने में वह दुनियाभर के देशों से आगे हैं। रूस के उप स्वास्थ्य मंत्री ओलेग ग्रिडनेव ने ऐलान किया कि कल यानी 12 अगस्त को करोना वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन होगा।रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने खुद इस वैक्सीन को बना लेने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि दुनिया में पहली बार कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन रजिस्टर्ड हुई है। उन्होंने दावा किया कि यह वैक्सीन सारे टेस्ट में सफल हुई है।वैक्सीन के चिकित्सा परीक्षणों की शुरुआत 18 जून को हुई और इसमें 38 लोग शामिल हुए। उन सभी में प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो गई है। पहले समूह को 15 जुलाई को छुट्टी दी गई, जबकि दूसरे को 20 जुलाई को छुट्टी दी गई। ग्रिडनेव ने कहा कि अभी परीक्षण तीसरे चरण में है। उन्होंने कहा, गामालेया केंद्र ने इस वैक्सीन को तैयार किया है, जिसे 12 अगस्त को पंजीकृत किया जाएगा। फिलहाल इसका परीक्षण अंतिम और तीसरे दौर में है। यह परीक्षण बहुत महत्वपूर्ण हैं। हमें यह ध्यान देना होगा कि टीका सुरक्षित हो। चिकित्सा पेशेवरों और वरिष्ठ नागरिकों का सबसे पहले टीकाकरण किया जाएगा।
रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के मुताबिक इस वैक्सीन का इस्तेमाल इसी महीने से शुरू हो जाएगा। रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको ने बताया कि रूस के सभी स्वास्थ्य कर्मियों को यह वैक्सीन पहले दी जा सकती है। सितंबर तक इसका उत्पादन शुरू हो जाएगा और अक्टूबर में आम जनता बीच यह उपलब्ध करा दी जाएगी।