ड्यूटी पर बीमार होकर कोरोना वारियर ने तोड़ा दम, दूसरे ने रक्तदान से बचाई जान
आँखें नम कर देंगी गोटेगांव व नरसिंहपुर की घटनाएं
नरसिंहपुर।
आम लोगों को घरों में सुरक्षित कर तपती गर्मी में सुबह से रात तक कोरोना वारियर्स अपने परिवार को छोड़कर मुस्तैदी से मोर्चा संभाले हैं। अपनी जान को जोखिम में डालने से लेकर समाजसेवा, मानवसेवा में भी ये अग्रणी हैं। गुरूवार को दो ऐसे घटनाक्रम हुए जिसे सुनकर आपकी आँखें नम हुए बगैर नहीं रह पाएंगी। एक घटनाक्रम जहाँ ड्यूटी के दौरान बीमार हुए कोरोना वारियर की इलाज के दौरान मृत्यु का दुखद समाचार लेकर आया तो दूसरे घटनाक्रम में कोरोना वारियर ने अपना रक्त देकर एक महिला की जान बचाकर श्रेष्ठ मानवता का परिचय दिया।
उमरिया गाँव में ड्यूटी करते वक्त बढ़ा ब्लड प्रेशर , ब्रेन स्ट्रोक में गई जान
\दुखद समाचार गोटेगांव थानांतर्गत है। करीब तीन-चार दिन पहले उमरिया गाँव में रात को गश्त करते वक्त होमगार्ड के होनहार सैनिक महेंद्र ठाकुर का अचानक ब्लड प्रेशर बढ़ गया। अधिकारियों ने महेंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा, लेकिन हालत न सुधरने पर उसे जबलपुर मेडिकल कॉलेज भेज दिया। टीआई प्रभात शुक्ल के अनुसार सैनिक महेंद्र की बुधवार रात जबलपुर में इलाज के दौरान ब्रेन स्ट्रोक से मौत हो गई। इस खबर के बाद पूरे थाना स्टाफ में शोक की लहर रही। महेंद्र ठाकुर ठेमी के बौछार गांव का रहने वाला था।
पत्नी के लिए रक्त ढूंढ रहा था ग्रामीण, आरक्षक बना देवदूत
जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी दे रहे आरक्षक दिनेश अहिरवार ने गुरुवार को जरूरतमंद महिला मरीज के लिए रक्तदान किया। बताया जाता है कि मारेगांव सालीचौका के रहने वाले गोविंद वर्मा की पत्नी का ऑपरेशन होना था, लेकिन उनमें खून की अत्याधिक कमी थी। पति खून के लिए परेशान हो रहा था। इसी दौरान आरक्षक दिनेश को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने महिला का ब्लड ग्रुप पता किया, जो संयोग से उनका भी था। उन्होंने तत्काल बिना देर किए महिला के लिए रक्तदान किया। जिसके कारण महिला का ऑपरेशन संभव हो सका।