दिल्ली । राजधानी दिल्ली में कोविड-19 की समीक्षा के लिए आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली की जनता की सुरक्षा व कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कई महत्तवपूर्ण निर्णय लिए। श्री शाह ने कहा कि दिल्ली में कोरोना से संक्रमित मरीजों के लिए बेड की कमी को देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने तुरंत 500 रेलवे कोच दिल्ली को देने का निर्णय लिया है जिससे राजधानी में 8000 बेड बढ़ जाएँगे। यह कोच कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए सभी आवश्यक सुविधाओं से लेस होंगे।
गृह मंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अगले दो दिन में कोरोना की टेस्टिंग को बढाकर दो गुना किया जायेगा और 6 दिन बाद टेस्टिंग को बढाकर तीन गुना कर दिया जायेगा। साथ ही कुछ दिन बाद कन्टेनमेंट जोन में हर पोलिंग स्टेशन पर टेस्टिंग की व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी।
श्री शाह ने कहा कि दिल्ली के निजी अस्पताओं में कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए निर्धारित कोरोना बेड में से 60 प्रतिशत बेड कम रेट में उपलब्ध कराने, कोरोना उपचार और कोरोना की टेस्टिंग के रेट तय करने के लिए नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गयी है जो कल तक अपनी रिपोर्ट देगी।
उन्होने कहा कि इस संक्रमण से अपनी जान गंवाने वाले लोगों के प्रति सरकार बहुत दुखी है और उनके परिजनों के प्रति संवेदनशील भी है। श्री शाह ने कहा कि सरकार ने अंतिम संस्कार के लिए नई गाइडलाइन्स जारी करने का निर्णय लिया है, जिससे मृतक व्यक्ति का अंतिम संस्कार जल्दी किया जा सके और दिवंगत व्यक्ति के परिवार को अंतिम संस्कार के लिए कम प्रतीक्षा करनी पड़े।
सरकार ने स्काउट एंड गाइड (Scouts and Guides), एनसीसी (NCC), एनएसएस (NSS) व अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं को इस महामारी में स्वास्थ्य सेवाओं में वालंटियर के नाते जोड़ने का निर्णय लिया है। साथ ही केंद्र सरकार ने दिल्ली में कोरोना संक्रमण को रोकने तथा इससे मजबूती से लड़ने के लिए दिल्ली सरकार को पाँच वरिष्ठ अधिकारी और देने का निर्णय किया है। इसके अलावा बैठक में कई और महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
भारत सरकार ने दिल्ली सरकार को इस महामारी से लड़ने के लिए आवश्यक संसाधन जैसे ऑक्सीजन सिलिंडर, वेंटीलेटर, पल्स ऑक्सीमीटर व अन्य सभी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पुर्णतः आश्वस्त किया है। बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्ष वर्धन, दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल, दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।