जानकारी के अनुसार गंगई गांव में गाडरवारा से आई टीम द्वारा बिजली बिलों को अदा न करने वाले बड़े बकायादारों के खेत-घर पहुंचकर वसूली की जा रही थी। इसमें भामा कार्यालय का स्टाफ भी शामिल था। कार्रवाई के दौरान उपभोक्ता बखत सिंह पर डेढ़ लाख रुपए से अधिक का बकाया होने पर अमले द्वारा पाइप, स्टार्टर, मोटर पम्प आदि जब्त कर लिया गया। टीम वापस तेन्दूखेड़ा आ गई। पुलिस को की गई शिकायत में बताया गया कि कुर्की के बाद गंगई से ठाकुर जगदीश सिंह, प्रीतम सिंह समेत 3-4 अन्य लोगों ने भामा स्थित कार्यालय में धावा बोलकर तोड़फोड़ शुरू कर दी। कार्यालय में मौजूद लाइनमेन लेखराम डेहरिया को जान से मारने की धमकी दी। कुर्सियों में लातें मारी और कार्रवाई करने वाले अधिकारियों को भी देख लेने की धमकी दी। सहायक ग्रेड 3 संविदा कर्मचारी अरविद धुर्वे ने इस घटना के तत्काल बाद थाना तेंदूखेड़ा में दोपहर करीब साढ़े तीन बजे नामजद और अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर का आवेदन दिया। हालांकि पुलिस ने मुकदमा कायम नहीं किया। इस घटना की जानकारी लगते ही तेंदूखेड़ा और गाडरवारा के बिजलीकर्मी आक्रोशित हो गए। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करने के बाद तेंदूखेड़ा की बिजली आपूर्ति ठप कर दी। कर्मचारियों की और से बढ़ते दबाव के बाद आखिरकार पुलिस ने रात करीब 8 बजे आरोपियों के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने और शासकीय काम में बाधा डालने का मुकदमा कायम कर लिया है। फिलहाल आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।