चीचली थाना क्षेत्र में हुई घटना में घटनास्थल की जांच करने तत्काल अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे। जिसकी जांच में सामने आया है कि यह तालाब मनरेगा से वर्ष 2016 में बनाया गया था। गांव के दो बच्चों की एक साथ असमय मौत से दहलबाड़ा ही नहीं बल्कि गोलगांव खुर्द का माहौल भी गमगीन है और हर कोई घटना पर दुख जता रहा है। सड़क से आते-जाते लोग कह रहे है कि किसी ने नहीं सोचा था कि तालाब इतनी बड़ी घटना की वजह बनेगा।
आसपास हैं दोनों गांव: जनपद चीचली का ग्राम दहलबाड़ा और गोलगांवखुर्द आसपास ही है। जिससे लोगों की आवाजाही सहज रहती है। दहलबाड़ा गांव से लगकर ही सड़क किनारे गोलगांवखुर्द पंचायत का तालाब बना है। जहां पर पिछले दिनों हुई बारिश के कारण अधिक पानी जमा है। तालाब से मिट्टी की अधिक खोदाई के कारण गहराई अधिक हो गई है। बताया जाता है कि खोदाई के कारण ही तालाब समतल नहीं है। बीते शुक्रवार को तालाब मंे डूबने से दहलवाड़ा निवासी शिवा पिता वीरेंद्र राजपूत 12 एवं शिवांश पिता अंदू सिंह राजपूत 10 वर्ष की डूबने से मौत होने की घटना ने ग्रामीणों को गमगीन कर दिया है। घटना से लोग यह भी कह रहे कि पंचायत की लापरवाही से यह घटना हुई है। मामले में चीचली पुलिस द्वारा भ्ाी घटना की जांच की जा रही है। वहीं ग्रामीण कह रहे है कि जिस जगह घटना हुई है वहां से मिट्टी निकलने के कारण जो गड्ढे बने थे उनमें पानी भरने से स्थान तालाब जैसा हो गया है। एसडीएम प्रमोद सेनगुप्ता के निर्देश पर घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद नायब तहसीलदार रिचा कौरव ने बताया है कि जिस जगह घटना हुई है वह तालाब है जिसमें पिछले दिनों बारिश होने से पानी अधिक भरा है। जनपद सीईओ ने भी बताया है कि मनरेगा से वर्ष 2016-17 में तालाब बना था। तालाब की फेंसिंग कराने के संबंध में भी सीईओ से चर्चा की गई है, चूंकि यह कार्य जनपद से ही हो सकता है। जिन बच्चों की असमय मौत हुई है उनके संबंध में पटवारी द्वारा प्रकरण तैयार कर प्रस्तुत किया जाएगा उसके बाद नियमानुसार आगे कार्रवाई की जाएगी।
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