नरसिंहपुर। गोटेगांव विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत करीब पौने दो करोड़ की लागत से स्वीकृत हुए धवई टैंक परियोजना का स्थल डीपीआर के विपरीत जाकर कैसे बदल गया। इसके लिए कौन जिम्मेदार है, इस तरह के विभिन्न् सवालों पर कलेक्टर श्री वेदप्रकाश ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के अधिकारियों से जवाब मांगा है। कार्यपालन यंत्री को जल्द जांच करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
खबर लाइव 24 द्वारा गोटेगांव विधानसभा की नैगुवा पंचायत अंतर्गत धवई टैंक परियोजना को लेकर खुलासे किए थे। इसमें बताया था कि ग्रामीण यांत्रिकी विभाग द्वारा तय स्थल और इस्टीमेट के विपरीत जाकर तालाब का निर्माण चीलाचौन खुर्द में कराया गया है।
- लेआउट से लेकर डीपीआर तक में छेड़छाड़ की गई है।
- नरसिंहपुर विधायक व होशंगाबाद सांसद का नाम शामिल किया है।
- जनप्रतिनिधियों के साथ धोखाधड़ी।
डीपीआर में आरईएस के अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों के साथ धोखाधड़ी करते हुए गलत तरीके से गोटेगांव विधानसभा के काम में नरसिंहपुर विधायक व होशंगाबाद सांसद का नाम शामिल किया है। इन खबरों को संज्ञान में लेते हुए सोमवार को कलेक्टर श्री वेदप्रकाश ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री केएस मालवीय से संपूर्ण मामले की जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट पेश करने कहा है। कलेक्टर ने बताया कि इस मामले की सच्चाई सामने आने पर जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सख्त कार्रवाई कराएंगे
धवई टैंक परियोजना में आरईएस के अधिकारियों ने जो घपला किया है। वह मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आ चुका है। भ्रष्टाचार करने वाले लोगों को बक्शा नहीं जाएगा। इसके खिलाफ कार्रवाई कराकर रहेंगे।
कैलाश जाटव, पूर्व विधायक, गोटेगांव