सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे आंचलिक पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष अजय खरे, सचिव आशीष खरे के साथ पत्रकार अविनाश राव, पंकज गुप्ता, आनंद श्रीवास्तव, आलोक शाह, अंचल यादव, हेमराज कलमकार, मनोज नोरिया, पंकज साहू, अभय तिवारी, संदीप दुबे, बबलू कहार आदि ने एएसपी सुनील कुमार शिवहरे को सौंपी शिकायत में बताया कि स्टेशनगंज स्थित सटोरिये रवि राठौड़, उसका भाई और एक अन्य शख्स लंबे समय से सट्टे का कारोबार कर रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने अपने अवैध व्यापार का विस्तार करते हुए जनपद मैदान, इतवारा बाजार क्षेत्र में पट्टी काटना शुरू किया था। अपने इस अवैध धंधे को संचालित करने के लिए सटोरियों ने कुछ लोगों को फर्जी पत्रकार भी बना रखा था। ये फर्जी लोग विभिन्न मीडियाकर्मियों को प्रलोभन देकर सट्टे को सुचारू करने की बात कह रहे थे। हालांकि शहर जागरूक पत्रकारों ने मुहिम को बरकरार रखा। जिसके चलते दो-तीन दिन पूर्व कोतवाली पुलिस ने जनपद मैदान में सट्टे के तंबू को उखाड़ फेंका था। इतवारा बाजार में कार्रवाई ने सटोरियों के धंधे बन्द कर दिए थे। इससे तिलमिलाए सट्टे के संरक्षणदाताओं ने एक फर्जी लिस्ट बनाकर नरसिंहपुर न्यूज़ नाम के व्हाट्सएप ग्रुप में डाल दी। इसमें मुहिम छेड़े वास्तविक पत्रकारों के नाम लिखे गए थे। पोस्ट में पुलिस को चुनोती देते हुए सटोरिये ने एलान किया था कि उसका सट्टा पत्रकारों के संरक्षण में चल रहा है। सटोरिया यहीं तक नहीं रुका, उसने अपने पालतू फर्जी पत्रकार के जरिये इस लिस्ट को प्रकाशित भी करा दिया। शिकायत के साथ पत्रकारों ने व्हाट्सएप ग्रुप पर डाली गई पोस्ट के स्क्रीन शॉट भी एएसपी को मुहैया कराए।
पत्रकार बोले-हम भी निकलें दोषी तो दर्ज करें अपराध– अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील शिवहरे को शिकायत देते वक्त पत्रकारों ने जोर देकर कहा कि लिस्ट में शामिल हर नाम की गंभीरता से जांच कराई जाए। इसमें जो भी दोषी पाया जाए उसके खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया जाए। उसका सार्वजनिक जुलूस भी निकाला जा सकता है।
एएसपी ने दिए कार्रवाई के आदेश, प्रकरण को माना गंभीर- सटोरियों और उनके संरक्षण दाताओं द्वारा सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे भ्रम को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने अत्यंत गंभीर माना । उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि इस तरह की पोस्ट लाइन एंड ऑर्डर को खुली चुनौती देने वाली है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने पत्रकारों की शिकायत लेने के तत्काल बाद स्टेशन गंज थाना प्रभारी अमित दाणी को प्रकरण की जांच का जिम्मा सौंपा। उन्हें स्टेशन गंज के तमाम सटोरियों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए गिरफ्तार करने की बात कही। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर जिस रवि राठौर ने कथित लिस्ट अपलोड की थी उसे पकड़ कर उससे जुड़े और उसे संरक्षण देने वाले लोगों के नाम उगलवाने पर जोर दिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने भी खुद स्वीकार किया कि लगातार सट्टे के खिलाफ हो रही कार्रवाई से माफिया के लोग घबराए हुए हैं। क्योंकि कहीं ना कहीं उन्हें इससे कुछ मिलता भी है।
रिटायर्ड पुलिसकर्मी की संतान है रवि राठौर: पत्रकारों की शिकायत के बाद तत्काल रुप से शुरू हुई जांच में इस बात की पुष्टि हुई कि रवि राठौर नाम का जो शख्स शहरी क्षेत्र में सट्टा को बढ़ावा दे रहा है, वह दरअसल रिटायर्ड पुलिसकर्मी की संतान है। वह और उसका बड़ा भाई स्टेशन गंज के एक कथित प्रभावशाली के साथ मिलकर अवैध कारोबार को बढ़ाने में लगा है। इसमें उसकी मदद उनके द्वारा स्थापित फर्जी पत्रकार कर रहे हैं। इन फर्जी पत्रकारों और उनके दलालों के नाम भी देर रात तक पुलिस को पता चल गए। पुलिस अब इन नामों से जुड़े कारनामों की फाइल बना रही है पुलिस का कहना है कि जल्द ही ऐसे लोगों पर आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा। पत्रकारों ने पुलिस अधिकारी को आश्वस्त किया कि अवैध धंधे में शामिल व्यक्ति चाहे फिर वह पत्रकार ही क्यों ना हो उसके खिलाफ की जाने वाली कार्रवाई में वे पुलिस और प्रशासन का सहयोग करेंगे।
इन्होंने की व्यक्तिगत शिकायत : पुलिस अधीक्षक सुनील शिवहरे को व्यक्तिगत स्तर पर शिकायत देने वालों में पत्रकार अविनाश राव, आनंद श्रीवास्तव, मनोज नोरिया, अंचल यादव, आलोक शाह, हेमराज कलमकार, बबलू कहार, संदीप दुबे, पंकज साहू, अभय तिवारी आदि शामिल है। वही आंचलिक पत्रकार परिषद की ओर से जिला अध्यक्ष अजय खरे सचिव, आशीष खरे ने मुकदमा कायमी के लिए शिकायत दी है।
इनका ये है कहना
ये मामला बहुत ही गंभीर है। सटोरिए द्वारा खुल्लम खुल्ला सट्टा खिलाने की बात करने की हम जांच करा रहे हैं। हमने स्टेशनगंज थाना के प्रभारी को सटोरियों के खिलाफ मुहिम चलाने के आदेश दिए हैं। अवैध धंधे में जो भी शामिल मिलेगा, उसके खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
सुनील शिवहरे, एएसपी, नरसिंहपुर।