नरसिंहपुर।
भोपाल से नरसिंहपुर की ओर अनुमति लेकर एक कार की जांच पड़ताल का नतीजा ये रहा कि गाडरवारा के एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी व वाहन चालक, चेक पोस्ट पर तैनात कर्मचारियों, परिजनों समेत 19 लोगों को प्रथम संक्रमणकर्ता मानते हुए होम कोरंटाइन कर दिया गया है। जिले में लॉक डाउन की अवधि में ये अपनी तरह का पहला मामला है।
घटनाक्रम ये है कि नरसिंहपुर जिले में बाहरी लोगों का प्रवेश रोकने के लिए चेक पोस्ट बनाए गए हैं। ऐसा ही एक चेक पोस्ट गाडरवारा के पनागर में भी स्थापित है। यहां रविवार, 12 अप्रैल की तड़के एक मारूति स्विफ्ट कार ने जिले में प्रवेश करने का प्रयास किया। हालांकि इस कार के वाहन चालक के पास प्रवेश की अनुमति थी, लेकिन चेकपोस्ट के सुरक्षाकर्मियों ने जब कार की तलाशी ली तो इसमें उन्हें एक डेथबॉडी मिली। तत्काल उन्होंने इसकी सूचना एसडीएम गाडवारा राजेश शाह को दी। इसके बाद सुबह करीब 4 बजे के आसपास तहसीलदार नितिन राय, पटवारी निर्देश कुमार जैन व वाहन चालक चरण ठाकुर को साथ लेकर एसडीएम मौके पर पहुंचे। उन्होंने कार के अंदर-बाहर पड़ताल की तो पता चला कि कार को नरसिंहपुर के घाट पिंडरई तक जाने की अनुमति तो है लेकिन इसमें लाई जा रही डेथ बॉडी का कोई जिक्र नहीं है। न ही डेथ बॉडी की कोई पीएम रिपोर्ट ही कार चालक के पास थी। शव को कोरोना संदिग्ध मानते हुए कार को वापस भोपाल रवाना कर दिया गया।