बालाघाट : एक साल में राशि दोगुनी करने का किसानों को दिया जा रहा प्रलोभन, मत्स्य पालन के क्षेत्र में प्रायवेट कम्पनी हुयी सक्रिय
बालाघाट। जिले में मत्स्य पालन के क्षेत्र में बढ़ती प्रगति को देखते हुए कुछ प्रायवेट कम्पनी किसानों की जमीन में तालाब बनाकर किसानों से मोटी रकम लेकर उनको एक साल में राशि को दुगना करके देने संबंधी शिकायते उप संचालक मत्स्योद्योग कार्यालय बालाघाट को प्राप्त हुई हैं। किसानों द्वारा अवगत कराया जा रहा है, कि मत्स्य सम्पदा योजना का लाभ दिलाने के लिए उनके साथ ठगी की जा रही हैं। किसानों के खेत एवं उनकी जमीन पर तालाब बनाने के नाम पर मोटी रकम वसूल की जा रही है। उप संचालक मत्स्योद्योग श्रीमती शशिप्रभा धुर्वे ने जिले के किसानों को ऐसे गलत प्रचार एवं ठगी से बचने के लिए उनके बालाघाट स्थित कार्यालय से सम्पर्क करने की सलाह दी है।
उप संचालक श्रीमती धुर्वे ने इस संबंध में बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना केवल मतस्योद्योग विभाग में संचालित है एवं विभाग के माध्यम से ही किसानो के आवेदन अनुसार नियमानुसार योजना का लाभ प्रदाय किया जाता है। यह पूर्णतः सरकारी योजना है एवं किसानों से तालाब बनाने हेतु किसी भी प्रकार की राशि नहीं ली जाती है। किसानों से आवेदन पश्चात जिला स्तरीय गठित समिति के माध्यम से प्रस्ताव संचालनालय भोपाल को प्रेषित किए जाते है। राज्य स्तर में गठित समिति से अनुमोदन पश्चात तालाब निर्माण करने की लिखित अनुमति विभाग द्वारा प्रदाय की जाती है एवं तालाब निर्माण पूर्ण के पश्चात विभागीय उपयंत्री के माध्यम से मूल्यांकन रिपोर्ट प्रस्तुत करने पर अनुदान राशि डी.बी.टी. के माध्यम से संबंधित किसान के बैंक खाते में प्रदाय की जाती है।
उप संचालक श्रीमती धुर्वे ने जिले के किसानों से अपील की है कि वे किसी भी प्रायवेट कंपनी या अन्य व्यक्ति के प्रलोभन में न आये और किसी भी प्रकार की ठगी से सावधान रहें। तालाब निर्माण एवं अन्य योजना हेतु यदि किसी के द्वारा राशि लेकर लाभ देने की बात कही जाती है, तो तत्काल उप संचालक मत्स्योद्योग कार्यालय में शिकायत करने कहा गया है।