मध्यप्रदेश समेत महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और दिल्ली में देश के कुल कोरोना संक्रमितों में 65 फीसदी
मरीज हैं। केंद्र सरकार की चुनौतियां लगातार बढ़ रहीं हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में कोविड-19 संक्रमण से रिकवरी की दर 20 फीसदी तो संक्रमितों के मृत्यु की दर तीन फीसदी बनी हुई है। रिकवरी दर में कोई उत्साहजनक परिणाम अभी तक नहीं मिले हैं। उत्तर प्रदेश में भी संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण में एक साल से अधिक का समय लग सकता है।
ये बात नीति आयोग के सदस्य और कोविड-19 को लेकर बनी उच्चस्तरीय समिति के प्रमुख डॉ विनोद पॉल ने एक अखबार को दिए साक्षात्कार में कही। डॉ पॉल ने बताया कि वायरस के संक्रमण पर वैक्सीन के माध्यम से ही काबू पाया जा सकता है। उनकी जानकारी यही है कि जब तक ऐसा नहीं होता वायरस का संक्रमण फैलता रहता है। उनके अनुसार इस संक्रमण पर पूरी तरह से काबू पाने में एक सवा साल लग सकते हैं। वहीं अमेरिका समेत दुनिया के वायरोलॉजिस्ट, चिकित्सा विज्ञानी और माइक्रोबॉयलॉजी के विशेषज्ञ मई महीने से भारत में कोविड-19 का संक्रमण बढ़ने, जून-जुलाई तक खतरनाक स्वरूप लेने की चेतावनी दे रहे हैं।