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नरसिंहपुर: जिला अस्पताल में संभाग की पहली प्लाज्मा निकालने वाली मशीन, 10 साल में नहीं दिला सके लाइसेंस

जिला चिकित्सालय, नरसिंहपुर

आनंद श्रीवास्तव
नरसिंहपुर। कोरोना संक्रमणकाल में गंभीर मरीजों को ठीक करने में प्लाज्मा थैरेपी बहुत हद तक कारगर है। इसे कोरोना से स्वस्थ हुए व्यक्ति के रक्त से प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए एक खास तरह की कंपोनेंट मशीन की जरूरत होती है। जिले के लोग, चिकित्सक ये मानते हैं कि ये मशीन सिर्फ इंदौर-भोपाल में ही है, लेकिन उन्हें ये नहीं पता कि जबलपुर संभाग में नरसिंहपुर पहला ऐसा जिला था जहां प्लाज्मा मैकिंग मशीन वर्षों पूर्व रोटरी क्लब के माध्यम से वर्तमान में राज्यसभा सदस्य विवेक तंखा ने उपलब्ध कराई थी। हैरत और धिक्कार की बात ये है कि दस वर्षों से धूल खा रही इस मशीन को चालू करने के लिए जिस लाइसेंस की जरूरत थी, उसे जनप्रतिनिधि और लालफीताशाही के समर्थक अधिकारी नहीं दिलवा सके। वहीं रोटरी के सदस्य और पदाधिकारी भी मशीन भेंट करने के बाद चुप्पी साधकर रह गए। उन्होंने इस दिशा में कोई प्रयास नहीं किया कि उनकी दी गई सौगात आम लोगों के काम आ सके।
जिला अस्पताल में मानव सेवा के अंतर्गत रोटरी क्लब द्वारा वर्षों पूर्व ब्लड बैंक की स्थापना की थी। इसे अत्याधुनिक बनाने के लिए वर्तमान में राज्यसभा सदस्य विवेक तंखा ने क्लब के माध्यम से तरह-तरह के कंपोनेंट बनाने वाली पैथोलॉजी मशीनें उपलब्ध कराई थीं। इसमें से एक थी प्लाज्मा निकालने वाली मशीन। खास बात ये है कि जब ये मश्ाीन जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में आई थी, तब वह जबलपुर संभाग तक में उपलब्ध नहीं थी। इसका मकसद सिर्फ इतना था कि जिले के लोगों को सरकारी अस्पताल में ही निशुल्क या अत्याधिक न्यूनतम दरों पर प्लाज्मा जैसे महंगी सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। हालांकि इस प्लाज्मा थैरेपी मशीन को शुरू करने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार से लाइसेंस की आवश्यकता थी। यह बात सभी जिम्मेदारों को पता थी लेकिन लाइसेंस के लिए सिवाए कागजी आवेदन देने के अलावा कभी कोई प्रयत्न नहीं किए गए। अस्पताल में सीएमओ, सिविल सर्जन बदलते रहे, हर बार लाइसेंस का आवेदन भोपाल भेजा जाता रहा लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला।
7 बार भेजे लाइसेंस के लिए आवेदन: स्वास्थ्य महकमे के अनुसार जिला अस्पताल में मौजूद प्लाज्मा थैरेपी मशीन को शुरू करने के लिए करीब 7 बार आवेदन भोपाल भेजे जा चुके हैं, लेकिन इस पर उच्चस्तर से ही ध्यान नहीं दिया गया। खास बात ये है कि इस अत्याधुनिक प्लाज्मा मशीन की जिला अस्पताल में उपलब्धता से वर्तमान जनप्रतिनिधि भी अनजान हैं।
कलेक्टर बोले-मशीन जल्द होगी शुरू
खबरलाइव 24 डॉट इन ने जब जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में प्लाज्मा निकालने की मशीन की उपलब्धता के बारे में कलेक्टर भरत यादव को बताया तो वे भी चौंक पड़े। हालांकि कुछ देर बाद उन्हें याद आया कि जब वे जिला पंचायत में थे तब ही ये मशीन जिला अस्पताल आई थी। श्री यादव ने आश्वस्त किया कि प्लाज्मा मशीन को शुरू करने के प्रयास किए जाएंगे। बुधवार देर शाम उन्होंने अपनी कही बात पर अमल भी कर दिया। नतीजा ये रहा कि भोपाल से लेकर दिल्ली तक जिला अस्पताल की मशीन को शुरू करने को लेकर अधिकारी पत्राचार करते रहे।