अपर कलेक्टर मनोज कुमार ठाकुर को सौंपे ज्ञापन में मैमूना ने बताया कि प्रीति चौधरी का परिवार इस कदर आर्थिक तंगी से गुजर रहा है कि उनके पास अपनी इस होनहार बेटी के इलाज के लिए रुपये नहीं है। जिला प्रशासन द्वारा मंगलवार को 5 हजार रुपये की आर्थिक मदद की है, जो कि नाकाफी है। मैमूना ने कहा कि प्रीति कुछ दिन से बीमार चल रही है, जबकि उनके पिता ने आवेदन में बताया था कि आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण उन्हें मदद की सख्त आवश्यकता है। प्रीति चौधरी की इस स्थिति से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में खिलाड़ियों को किस तरह से उपेक्षा के दौर से गुजरना पड़ रहा है। मैमूना ने आग्रह किया कि प्रीति चौधरी को आर्थिक मदद के साथ नौकरी प्रदान की जाए।