आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉक्टर योगिता गौतम की हत्या बेरहमी से हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। गुरुवार को चार चिकित्सकों के पैनल ने योगिता के शव का पोस्टमार्टम किया। इसकी वीडियोग्राफी भी हुई। हत्या के आरोपी डॉक्टर विवेक तिवारी ने योगिता को तीन गोलियां मारी थीं। उरई, जालौन के मेडिकल ऑफीसर डॉक्टर विवेक तिवारी ने ही वारदात को अंजाम दिया था। एक सिर और दो गोली सीने में लगीं। इसके बाद गोली से हुए घाव में कई बार चाकू भी घोंपा। उसने पुलिस को बताया कि गाड़ी में बैठते ही योगिता से झगड़ा हो गया था। उसने सिर, छाती और कंधे पर गोलियां मारीं। उसके बाद मौत सुनिश्चित करने के लिए चाकू भी मारा। खून से सना चाकू डॉक्टर की कार से मिला है। हत्यारोपी डॉक्टर ने रिवाल्वर लखनऊ एक्सप्रेस वे पर फेंक दी थी, जो अभी नहीं मिली है। डॉक्टर विवेक तिवारी को जेल भेज दिया गया। उसे रिमांड पर लिया जाएगा।
डॉक्टर विवेक तिवारी ने पुलिस को बताया कि वह डॉ. योगिता से प्रेम करता था। सात साल से उनके बीच गहरी दोस्ती थी। दोनों पहले शादी भी करना चाहते थे। डॉ. योगिता से कहा था कि पहले बहन नेहा तिवारी की शादी करेगा। उसके बाद खुद शादी करेगा।इसलिए योगिता से कुछ दिन इंतजार करके रहने के लिए कह रहा था। मगर, योगिता जल्द ही शादी करना चाहती थी।
विदित हो कि बुधवार की सुबह डौकी के बमरौली कटारा क्षेत्र में एक अज्ञात युवती का शव मिला था। दूसरी तरफ एमएम गेट थाना क्षेत्र में नूरी गेट निवासी डॉक्टर योगिता गौतम मंगलवार शाम साढ़े सात बजे से लापता थीं। उरई, जालौन के मेडिकल ऑफीसर डॉक्टर विवेक तिवारी ने ही वारदात को अंजाम दिया था। उसने पुलिस को बताया कि गाड़ी में बैठते ही योगिता से झगड़ा हो गया था। उसने सिर, छाती और कंधे पर गोलियां मारीं। उसके बाद मौत सुनिश्चित करने के लिए चाकू भी मारा।