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अभिभावकों को झटका, यदि इन 6 शहरों में हैं आपके बच्चे तो नरसिंहपुर जिले में नो एंट्री

नरसिंहपुर। नरसिंहपुर जिले के सैकड़ों विद्यार्थी समेत दर्जनों लोग प्रदेश के विभिन्न जिलों में लॉकडाउन शुरू होते ही फंसे हुए हैं। ये सभी अपने-अपने घर आना चाहते हैं। इनके अभिभावक, परिजन लगातार प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से मांग भी कर रहे हैं। इस मामले में रविवार को जिला दंडाधिकारी दीपक सक्सेना और एसपी डॉ गुरूकरण ने जिला प्रशासन का रुख स्पष्ट कर दिया। फेसबुक लाइव पर दोनों अफसरों ने कहा कि जो लोग अन्य जिलों में फंसें हैं वे इ पास के लिए आवेदन करें। उन्हें मेरिट यानी अत्याधिक जरूरतमंद के आधार पर जिले में प्रवेश करने पास जारी होगा।

हालाँकि जिला दंडाधिकारी ने साफ़ कर दिया कि प्रदेश के कोरोना संक्रमित पांच प्रमुख जिलों इंदौर, भोपाल, होशंगाबाद, रायसेन और खरगौन समेत महाराष्ट्र के पुणे जैसे रेड जोन वाले फंसे लोगों को लॉकडाउन की अवधि तक जिले में प्रवेश की किसी भी हाल में एंट्री नहीं दी जाएगी। इ पास के उनके आवेदन स्वीकृत नहीं किये जाएंगे। कलेक्टर ने इन पांच शहरों में रहने वाले नरसिंहपुर के लोगों से कुछ समय इंतजार करने और खुद को सुरक्षित रखने का आव्हान किया। उन्होंने ये भी कहा कि यदि खानपान या अन्य कोई दिक्कत आती हो तो नरसिंहपुर या सम्बंधित जिलों के कण्ट्रोल रूम समेत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के नंबर 181 से सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
जिले में आएंगे तो होंगे सरकारी कोरन्टाइन :जिला दंडाधिकारी ने स्पष्ट कर दिया कि जो लोग प्रदेश के अन्य जिलों से इ पास लेकर नरसिंहपुर जिले में प्रवेश करेंगे, उनकी चेकपोस्ट पर मेडिकल जांच होगी। इसके बाद उन्हें कम से कम 14 दिन के लिए सरकारी कोरन्टाइन में रहना अनिवार्य होगा। हालाँकि इ पास उन्हीं को मिलेगा जिसकी जरुरत से प्रशासन संतुष्ट होगा। अत्याधिक आवश्यकता वाले लोगों को प्राथमिकता के आधार पर जिले में प्रवेश दिया जाएगा।

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