ईद-ए-मिलाद का पर्व 29 अक्टूबर और 30 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इस्लाम धर्म के लोग पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद के रूप में मनाते हैं। इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, ये त्योहार तीसरे महीने रबी-उल-अव्वल के 12वें दिन मनाया जाता है। पैगंबर मोहम्मद का जन्म अरब के रेगिस्तान के शहर मक्का में 571 ईस्वी में 12 तारीख को हुआ था। इनके पिता का नाम अब्दुल्लाह और माता का नाम बीबी आमिना था।
राष्ट्रपति ने मिलाद-उन-नबी की बधाई दी
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मिलाद-उन-नबी की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में कहा- “पैगम्बर मुहम्मद के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले ईद-ए-मिलाद या मिलाद-उन-नबी के पाक मौके पर मैं सभी देशवासियों, विशेष रूप से हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को मुबारकवाद देता हूं। पैगम्बर मुहम्मद ने आपसी प्रेम और भाईचारे का संदेश देकर दुनिया को इंसानियत की राह दिखाई। वे बराबरी और मेल-जोल पर आधारित समाज का निर्माण करना चाहते थे। पवित्र कुरान में संकलित पैगम्बर मुहम्मद की शिक्षाओं के अनुसार, आइए, हम सब समाज की खुशहाली और देश में अमन व सुकून के लिए काम करें।”
मुख्यमंत्री ने दी मुबारकबाद
मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्म-दिवस मिलाद-उन-नबी के मौके पर प्रदेश के सभी नागरिकों को मुबारकबाद दी है।
श्री चौहान ने कहा है कि पैगंबर मोहम्मद साहब ने समाज को भाईचारे, सहनशीलता, सहिष्णुता का संदेश दिया हैं। उनके मानव-कल्याण का संदेश आज भी प्रासंगिक हैं।