भोपाल। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने एकतापुरी में नवनिर्मित भव्य पार्क का लोकार्पण किया। उन्होंने जनता की माँग पर पार्क का नाम पूर्व सांसद स्व. कैलाश नारायण सारंग के नाम पर रखने की स्वीकृति दी। करोड़ों रुपये से निर्मित पार्क के रखरखाव की जिम्मेदारी मंत्री श्री सारंग ने महिलाओं को दी। उन्होंने कहा कि महिलाएँ समिति व बॉयलॉज बनाकर पार्क का मेन्टीनेंस करें। पार्क को खोलने एवं बन्द करने का समय निर्धारित करें। किसी भी प्रकार की शादी एवं पार्टी के लिये पार्क का उपयोग नहीं होने दें। पार्क में प्लान्टेशन पर ध्यान दें और लोग उसमें लगे पौधों को बच्चों की तरह पाले।
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि अशोका गार्डन के इस क्षेत्र में जहाँ घुटनों-घुटनों तक पानी भरा रहता था। सीवेज-नालों के पानी से क्षेत्र के रहवासी परेशान रहते थे। इस क्षेत्र में अब लग्जरी गार्डन देखकर दिल बाग-बाग हो गया। पार्क का लाभ अशोका गार्डन के विभिन्न क्षेत्र एकतापुरी सहित सेमरा, राजीव नगर, पुरुषोत्तम नगर, सुभाष कॉलोनी, शंकर गार्डन, चाँदबड़, कैलाश नगर सभी को होगा।
नरेला विधानसभा में 2008 में पीने का पानी टेंकरों के माध्यम से आता था आज हर घर में नर्मदा जल प्रदाय किया जा रहा है। विकास की राह में सड़कों का जाल बिछाया गया है। जहाँ वर्ष 2006 और 2012 में बाढ़ आने पर नाव चलने लगती थी, वहाँ हमने खुद का ड्रेनेज सिस्टम बनवाया है। क्षेत्र में 2000 करोड़ रुपये की लागत से नाली एवं नालों का निर्माण करवाया गया है। नरेला विधानसभा क्षेत्र में पाँच फ्लाईओवर ब्रिज काम करेंगे, जिसमें से दो का कार्य पूर्ण हो गया है और शेष निर्माणाधीन हैं। क्षेत्र में कॉलेज, दो हॉस्पिटल, 500 करोड़ रुपये की बिजली का काम हो चुका है। नर्मदा परिक्रमा पार्क और स्वामी विवेकानन्द पार्क क्षेत्र को पहले से ही सुशोभित कर रहे हैं।
एकतापुरी के आसपास की शासकीय जमीन पर कोई कब्जा एवं अतिक्रमण नहीं होगा। उन्होंने पुरुषोत्तम नगर, शंकर नगर में सीसी रोड का भूमि-पूजन जल्द करने की मंजूरी दी। उन्होंने चौराहे पर हाईमास्क लाईट लगावाने की घोषणा की। कार्यक्रम के बाद उन्होंने एकतापुरी में सीसी रोड़ का भूमि-पूजन भी किया। शुरूआत में मंत्री श्री सारंग का रहवासियों सहित विभिन्न समाज एवं समितियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। दीप-प्रज्जवलन एवं पूर्व सांसद स्व. श्री कैलाश सारंग के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर दो मिनिट का मौन भी रखा गया।