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नरसिंहपुर के लिए अच्छी खबर, गढ़ा सीएसपी संग आए अफसरों की रिपोर्ट नेगेटिव, हमारे वारियर सुरक्षित

मदनपुर चेक पोस्ट पर 20 अप्रैल को जावेद की गिरफ्तारी के वक्त मौजूद नरसिंहपुर जिले के कोरोना वारियर्स। फाइल फोटो

नरसिंहपुर। गढ़ा सीएसपी रोहित केशवानी मेडिकल से फरार जावेद से संक्रमित नहीं हुए थे।क्योंकि यदि ऐसा होता तो श्री केशवानी के साथ नरसिंहपुर आए जबलपुर के दो एडिशनल एसपी, आरआई भी संक्रमित होते, लेकिन खुशखबर ये है कि जबलपुर के अन्य अफसरों कि मेडिकल रिपोर्ट नेगेटिव आई है। हालांकि इन्हे एहतियातन कोरन्टाइन किया गया है। ये खबर नरसिंहपुर जिला प्रशासन समेत जिले के हर उस शख्स के लिए राहत की बात है जो जावेद प्रकरण में कोरन्टाइन पर गए कोरोना वारियर्स एएसपी, एडीएम, तेंदूखेड़ा एसडीओपी, तहसीलदार, टीआई व् प्रशिक्षु डीएसपी, एसआई समेत 6 आरक्षकों के सुरक्षित होने की मंगल कामना कर रहे हैं। गौरतलब है कि गढ़ा सीएसपी रोहित केशवानी से नरसिंहपुर के अधिकारियों का कोई फिजिकल संपर्क नहीं हुआ था। इसके अलावा हमारे अधिकारी पीपीई किट में भी थे। ऐसे में इनके संक्रमित होने का अंदेशा लगभग क्षीण हो चुका है। हालांकि एहतियात बरतने में जिला प्रशासन कोई भी रिस्क लेने के मूड में नहीं है।

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जावेद से नहीं हुए संक्रमित
गौर करने वाली बात ये है कि जबलपुर से नरसिंहपुर तक आने-जाने तक सीएसपी रोहित केशवानी का सीधा संपर्क अपने विभाग के साथ आए वरिष्ठ अधिकारियों और मातहत कर्मचारियों के साथ रहा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार जावेद को ले जाने के चार दिन बाद रोहित केशवानी की रिपोर्ट तो पॉज़िटिव आई लेकिन उनके साथ आए-गए दो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अगम जैन, अमित कुमार और आरआई सौरभ तिवारी की मेडिकल रिपोर्ट नेगेटिव आयी है। यानी कि नरसिंहपुर में जब श्री केशवानी आए थे तब संभव था कि वे संक्रमित न रहे हों। सूत्रों के अनुसार श्री केशवानी में संक्रमण की वजह मेडिकल अस्पताल जबलपुर में निरंतर आना-जाना हो सकता है। हालांकि इसकी जांच-पड़ताल अभी जारी है।

 

जावेद ने नहीं फैलाया संक्रमण, हमारे अधिकारी सुरक्षा किट में थे 

एसपी डॉक्टर गुरूकरण

गढ़ा सीएसपी के संक्रमण का कारण जावेद नहीं था। ऐसा होता तो अन्य अफसर भी संक्रमित होते। चूंकि उनकी ड्यूटी जबलपुर कन्टेनमेंट क्षेत्र में थी, इसलिए उनका मेडिकल में आना-जाना रहता था। संभव है वे यहीं इन्फेक्टेड हुए हों। हमारे अफसर, आरक्षक सुरक्षा किट में थे, इसलिए पूरा विश्वास है कि वे सुरक्षित हैं। फिर भी हम एहतियात बरतेंगे।

डॉ गुरूकरण सिंह, पुलिस अधीक्षक, नरसिंहपुर