कोरोना से संक्रमित होकर जान गंवाने वाले उज्जैन के नीलगंगा थाना टीआई यशवंत पाल का मंगलवार को इंदौर के रामबाग मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान दृश्य इस कदर मार्मिक था कि परिजन के साथ-साथ साथी पुलिसकर्मी भी रुआंधे हो गए थे। वहीँ जब शव के अंतिम दर्शन की बारी आई तो बड़ी बेटी अपने पिता का शव भी नहीं छू सकी। वह पिता की तस्वीर से लिपटकर फूट-फूटकर इस कदर रोई की सबकी आँखें छलक उठी। स्वर्गीय श्री पाल का परिवार भी इंदौर ही रहता है। 59 वर्षीय यशवंत पाल की पत्नी मीना धार में तहसीदार है। दो बेटी फाल्गुनी और नीशा रजत जयंती कॉम्प्लेक्स विजयनगर में ही रहती है। निधन की सूचना मिलने पर उज्जैन संभाग आइजी राकेश गुप्ता,एसएसपी सचिन अतुलकर व इंदौर एसपी (मुख्यालय) सूरज वर्मा भी पहुंचे। जैसे ही उनका शव मुक्तिधाम पहुंचा परिजन अंतिम दर्शन की जिद करने लगे। अफसर और परिजनों ने उनकी तस्वीर पर फूलचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। टीआई श्री पाल मूल रूप से गांव सातोड़ तहसील खकनार (बुरहानपुर) के रहने वाले थे। नीलगंगा थाने पर वे 6 नवंबर 2019 को पदस्थ हुए थे।इससे पहले उज्जैन जिले में वे माकड़ोन, तराना, घट्टिया सहित अन्य थानों पर सेवाएं दे चुके थे। वहीं स्वर्गीय पाल की पत्नी व दोनों पुत्रियों को उज्जैन में ही एक होटल में क्वारंटाइन किया गया था।दोनों के सैंपल लिए गए थे, जिनकी रिपोर्ट आना बाकी है।