नरसिंहपुर। महामारी के दौर में संवेदनाएं इस तरह तार-तार हो रही हैं कि अपने ही अपनों की पूछपरख न तो जीते जी कर रहे हैं और न ही मरने के बाद अपने मानवीय दायित्व निभाने आगे आ रहे है। जिला अस्पताल में सालीचौका क्षेत्र निवासी एक वृद्धा की इलाज दौरान बीते शुक्रवार को मौत हो गई। घटना के बाद मृतका का कोई अपना न होने से शव को मर्चुरी में रखवाया गया और जब उसके परिजनों की पड़ताल कर उन्हें सूचना दी गई तो शनिवार को वह अस्पताल आए। जिसके बाद शव पंचनामा और पोस्टमार्टम की कार्रवाई हो सकी। मृतका बीते 5 अप्रैल को सालीचौका से 5 किमी दूर भटरा के तालाब में घायल मिली थी।
मामले में बताया जाता है कि सालीचौका चौकी क्षेत्र के ग्राम भटरा स्थित तालाब में एक वृद्धा के अचेत हालत में पड़े होने की सूचना पुलिस को मिली थी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो वृद्ध की हालत ठीक नहीं थी और उसे कांटे लगने के कारण जख्म हो गए थे। जिससे पुलिस ने सालीचौका स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। शिनाख्ती की कार्रवाई में पता चला कि उसका नाम नथियाबाई पति तखत सिंह लोधी है। सालीचौका पुलिस ने बताया कि वृद्धा को इलाज के बाद गाडरवारा अस्पताल रेफर किया गया था। लेकिन इस दौरान उसका कोई परिजन उसकी देखरेख के लिए आगे नहीं आया था। गाडरवारा अस्पताल पुलिस ने बताया कि वृद्धा का जब तक यहां इलाज चला उस दौरान भ्ाी वह अकेली रही। बाद में उसे 9 अप्रैल को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था। जिला अस्पताल पुलिस ने बताया कि बीते 9 अप्रैल को ही वृद्धा की इलाज दौरान मौत हो गई थी लेकिन उसके पास कोई स्वजन नहीं था और यह भ्ाी पता नहीं लग रहा था कि उसका कौन रिश्तेदार कहां पर है। जैसे-तैसे उसके स्वजनों की तलाश कर उन्हें सूचना दी गई और शनिवार को जब वह आए तो मर्ग पंचनामा, पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई।