नरसिंहपुर। उधारी के कारण सेठ-साहूकारों के हमें ताने सुनने मिल रहे हैं। वहीं गन्ना मिल संचालक उनकी उपज का करीब 6 माह से भुगतान रोके हुए हैं। सब्र का बांध अब टूटने लगा है। यदि 25 मई तक हमें भुगतान नहीं मिला तो 26 मई से सभी किसान धरना देकर भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे। ये चेतावनी भरा आवेदन शनिवार को क्षेत्र के किसानों ने एसडीएम गाडरवारा को दिया।
शनिवार को ग्राम भौंरगढ़, सोकलपुर, गाडरवारा आदि स्थानों के किसानों ने एसडीएम के नाम एक ज्ञापन दिया। किसान चंद्रशेखर सिंह, हरिशरण अहिरवार, दारासिंह कीर, सुमेर सिंह राजपूत, अभिजीत पटेल आदि किसानों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन में किसानों ने कहा है कि किसानों ने इंडस्ट्रीज को जो गन्ना बेंचा था उसके भुगतान के लिए किसानों को चक्कर काटने मजबूर होना पड़ रहा है। बीते अप्रैल माह में दो बार किसानों ने भुगतान कराने के लिए प्रशासन को आवेदन भी दिए थे लेकिन उन्हें भुगतान नहीं मिल सका है। जिससे किसानों ने फैसला किया है कि यदि 25 मई तक उन्हें गन्ना का भुगतान नहीं मिला तो 26 मई से गाडरवारा में संक्रमण को जोखिम उठाते हुए कोविड गाइड लाइन के अनुसार उन्हें विरोध स्वरुप भूख हड़ताल, धरना करने लाचार होना पड़ेगा। किसानों का कहना है कि भुगतान न होने से उन्हें आर्थिक तंगी भुगतना पड़ रही है। खाद-बीज के लिए पैसा नहीं है। बाजार से जो उधार सामग्री ली थी उसका पैसा नहीं चुका पा रहे है जिससे उधार देने वालों के ताने सुनने मिल रहे है। भुगतान के लिए इंडस्ट्रीज के चक्कर लगाने में हजारों रुपये का पेट्रोल जल चुका है।