गन्ने के रेट में वृद्धि को लेकर राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने सौंपा ज्ञापन

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नरसिंहपुर।  राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ द्वारा गुरूवार को कलेक्टर को गन्ने के दामों में वृद्धि को लेकर ज्ञापन सौंपा ।  ज्ञापन में बताया गया है कि नरसिंहपुर जिला मध्यप्रदेश में सर्वाधिक गन्ना उत्पादित क्षेत्र है बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष गन्ने में गन्ने की रिकवरी मे वृद्धि है बीते बर्ष की अपेक्षा इस बर्ष 2 से 3 प्रतिशत रिकवरी बढ़ी है वहीं शक्कर के दाम 300 से 350 रुपए प्रति क्विटल और गुड़ के दाम भी 500 से 600 रूपया प्रति क्विटल अधिक है ।

गत दिवस राष्ट्रीय किसान संघ द्वारा सौंपे गये ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि नया गन्ना सत्र शुरू होने के पूर्व कुछ मिल मालिकों ने 300 रुपए प्रति क्विटल के आसपास के रेट से गन्ना खरीद के संकेत दिए है और वही गुड भटटीयों पर गन्ने की 260/- रूपया प्रति क्विंटल के आसपास के रेट पर खरीदी चल रही है जो किसानों को उनकी फसल के उचित दाम और (लागत के आधार पर) अपेक्षा से बहुत कम है जबकि आज का मूल्य किसानों को 350/- रूपया प्रति क्विटल के आसपास मिलना था । गन्ने की रिकवरी समयानुसार निरंतर बढती जाती है जो कि नियमानुसार हर 15 दिवस में गन्ने की रिकवरी चैक कराई जावे व रिकवरी के आधार पर गन्ने का प्रति क्विंटल मूल्य बढ़ाकर किसानों को दिलाया जायें ।
लंबित भुगतान मे दिया जायें ब्याज
ज्ञापन में बताया गया है कि बीते लम्बे समय से मिल मालिकों द्वारा किसानों के भुगतान के लिए शोषित और परेशान किया जाता रहा है, जो कि नियमानुसार किसानों को भगतान 14 दिवस के भीतर किया जाना चाहिए यदि मिल मालिक किसानों का भुगतान 14 दिन के भीतर नहीं कर पाते है तो किसानों को नियमानुसार 14 दिन अधिक समय पर भुगतान होने पर 7 प्रतिशत की दर से ब्याज जोड़कर भुगतान किया जाना चाहिए पर वह ऐसा नहीं किया जा रहा है ।
ज्ञापन में मांग की गई है कि मिल मालिकों को सख्ती से निर्देश देते हुए किसानों की गन्ना की रिकवरी के आधार पर अभी 350/- प्रति क्विटल का मूल्य दिलाया जावे एव समयानुसार 14 दिन में भुगतान करने की व्यवस्था कराई जायें । जिससे किसानों को बिना किसी परेशानी और नुकसान के उचित मूल्य मिल सकें ।
खाद्य की कमी दूर करने की मांग
जिले में लम्बे समय से किसान डी.ए.पी., यूरिया जैसी अन्य अति आवश्यक खाद्य उपलब्ध न होने के कारण परेशान है जबकि इस समय रवि फसलों के लिए खाद्य की जरूरत है पिछले 1 माह से किसानों को खाद्य मिलने में समस्या हो रही हैं । साथ ही जिले में नकली खाद्य की विकी भी धड़ल्ले से चल रही है। जिसे रोका जाना अनिवार्य है वहीं जिले में अनेकों स्थानों पर खाद्य की कमी के चलते खाद्य का स्टाक कर मूल्य से अधिक दामों पर दुकानदारों द्वारा विक्रय किया जा रहा हैं। जिले में जल्द किसानों को पर्याप्त खाद्य उपलब्ध कराने व नकली खाद्य व मूल्य से बढकर अधिक मूल्य पर हो रहे विक्रय की जांच कराकर रोका जावें।
आंदोलन की चेतावनी
किसान संघ द्वारा मांग की गई है कि जिले के किसानो की समस्याओं शीघ्र निराकरण किया जायें । यदि इन समस्याओं का निराकरण नहीं होता है तो राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ किसानों के साथ मिलकर एक बड़ा आंदोलन करने विवश होगा । जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदार शासन और प्रशासन की होगी । उक्त मौके पर महाकौशल प्रांत अध्यक्ष ऋषिराज पटेल, किसान नेता देवेंद्र पाठक, भारतीय किसान यूनियन से जिला अध्यक्ष बाबूलाल पटेल, देवेंद्र दुबे, अनुराग मिश्रा, नारायण पांडेय, स्याम पटेल, रामकुमार पटेल, राहुल मेहरा, आशीष मेहरा, चन्द्रभान बड़कुर आदि बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।

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