नरसिंहपुर। समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी पंजीयन कराने की अंतिम तारीख 20 फरवरी भी नजदीक आ रही है। प्रशासन द्वारा किसानों का पंजीयन कराने के लिए पूर्व में जो व्यवस्थाएं की गई थीं वह सहकारी कर्मचारियों की जारी हड़ताल और अन्य तकनीकी खामियों के कारण कारगर साबित नहीं हो सकी है।
जिले में रबी विपणन वर्ष 2021-22 में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी करने किसान पंजीयन का कार्य बीते 25 जनवरी से शुरू किया गया था। जिसमें पहले 25 फरवरी तक पंजीयन होना निर्धारित था लेकिन बाद में यह तिथि 20 फरवरी कर दी गई। प्रंशासन ने पूर्व में निर्धारित किया था कि पंजीयन गिरदावरी किसान एप, कियोस्क कॉमन सर्विस सेंटर, लोक सेवा केन्द्र पर गिरदावरी किसान एप से और समिति स्तर पर स्थापित पंजीयन केंद्र के माध्यम से कराया जा सकता है। सिकमीदार वनाधिकार पट्टाधारी अपना पंजीयन समिति स्तर पर स्थापित पंजीयन केंद्र के माध्यम से करा सकते हैं। जिले में 100 पंजीयन केंद्र भी निर्धारित किए, तकनीकी सेल का भ्ाी गठन किया गया। जिससे पंजीयन संबंधी कार्य में किसी तरह का व्यवधान न रहे। लेकिन यह सारी व्यवस्थाएं धरी की धरी रह गई हैं और अब तक पांच तहसीलों में सिर्फ 8 हजार 93 पंजीयन ही हो सके है। जबकि पिछले वर्ष गेहूं खरीदी के लिए करीब 35 हजार किसानों के पंजीयन किए गए थे।
यह है पंजीयन की स्थिति: गेहूं उपार्जन के लिए अब तक गाडरवारा तहसील में 2575, गोटेगांव में 2514, सांईखेड़ा में 1575, नरसिंहपुर में 662, करेली में 492 व तेंदूखेड़ा तहसील में महज 275 किसानों के पंजीयन हो सके हैं।
आज होगी ऑपरेटर की ट्रेनिंग: राज्य शासन के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के निर्देशानुसार जिले में रबी विपणन वर्ष 2021-22 में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी करने के लिए किसान पंजीयन का कार्य 20 फरवरी तक किया जाएगा। उक्त पंजीयन कार्य के लिए कलेक्टर वेद प्रकाश ने उप पंजीयक सहकारी समिति नरसिंहपुर को निर्देश दिए है कि जिले के 82 समितियों के प्रशासक अपनी-अपनी समितियों के नए ऑपरेटर्स के साथ सोमवार को 11 बजे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित ट्रेनिंग में उपस्थित रहेंगे।
पिछले वर्ष गेहूं खरीदी के लिए करीब 35 हजार किसानों के पंजीयन किए गए थे। लेकिन अभी पंजीयन का कार्य प्रभावित है। अभी तक करीब 8 हजार 93 किसानों के पंजीयन हो चुके है और शेष किसानों के पंजीयन भी जल्द कर लिए जाएंगे। जिससे सभी किसानों से उपज खरीदी जा सके।
राजीव शर्मा, जिला आपूर्ति अधिकारी