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खुशखबर: प्रदेश में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेंगी जर्मन कंपनियां

प्रदेश के लिए अच्छी खबर यह है की तकनीकी रूप से शिक्षित युवाओं को रोजगार के लिए अब महानगरो की और रूख नहीं करना पड़ेगा। जर्मन कंपनियां जल्द ही प्रदेश में औद्योगिक इकाईयां स्थापित कर रोजगार के अवसर पैदा करेगीं। इस संबंध में कंपनियों का प्रदेश सरकार से करार भी हो चुका है।

 

प्रदेश में नवीन निवेश को आकर्षित करने के लिये औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री  राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने मंत्रालय में उद्योगपतियों के साथ बैठक की। बैठक में उद्योगपतियों ने प्रदेश की उद्योग संवर्धन नीति की सराहना करते हुए प्रदेश में निवेश के प्रति रूचि दिखाई तथा कहा कि वे प्रदेश में उद्योग स्थापित करेंगे। बैठक में मेसर्स हैटिच इंडिया कंपनी ने औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर में लगभग 280 करोड़ के स्थायी पूंजी निवेश से फर्नीचर फिटिंग निर्माण प्रोजेक्ट का प्रस्ताव दिया, वहीं जेड.एफ. स्टेयरिंग गेयर इंडिया लिमिटेड ने भी औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर में ही लगभग 128 करोड़ रूपये के स्थायी पूंजी निवेश से ऑटो कंपनी निर्माण इकाई की स्थापना का प्रस्ताव दिया। इन दोनों प्रोजेक्टस् से प्रदेश के लगभग 750 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार उपलब्ध होगा।

बैठक में बताया गया कि मेसर्स हैटिच कंपनी एक जर्मन बेस कंपनी है तथा वैश्विक बाजार में अपनी उत्पादन लागत तथा उच्च तकनीक के कारण पहचानी जाती है। जर्मन मूल की इस कंपनी की यूरोप, अमेरिका एवं एशिया में 22 उत्पादन इकाईयाँ स्थापित हैं। भारत में कंपनी द्वारा मेसर्स एडवेंटिज ग्रुप के साथ संयुक्त उपक्रम बनाते हुए मैसर्स हेटिच इंडिया प्राईवेट लि. कंपनी के रूप में कार्य किया जा रहा है। जेड.एफ. स्टेयरिंग गेयर इंडिया लिमिटेड भी जर्मन ऑटो कंपोनेंट निर्माण कंपनी है। यह कंपनी जेड.एफ. फ्रेडरिच सेफिन ए.जी. का संयुक्त उपक्रम है। कंपनी की इकाई पूर्व से पुणे में स्थापित है तथा कंपनी द्वारा पीथमपुर में भी स्टेयरिंग सिस्टम विनिर्माण उद्योग स्थापना का प्रस्ताव है।

बैठक में कंपनियों के प्रतिनिधियों ने पॉवर-प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से अपनी-अपनी कंपनी के बारे में विस्तार से अवगत कराया। बैठक में एम.डी. एम.पी.आई.डी.सी. श्री जॉन किंग्सली, उप सचिव विजय दत्ता, मेसर्स हैटिच इंडिया कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी सुजीत कुमार के अलावा रमेश कुमार चौहान व महेन्द्र चौहान तथा जेड.एफ. इंडिया के मुख्य वित्त अधिकारी जिनेन्द्र जैन व प्लांट हेड  रथीना सिंगाराबेलन उपस्थित थे।