शिकायतकर्ता के अनुसार वन परिक्षेत्र गोटेगांव के सहायक वन परिक्षेत्र बरहटा के आसपास लगे गांवों में इंट भट्टों में जंगल की लकड़ी का उपयोग होने की शिकायत की गई थी। इसके बाद मामले की जांच करने पहुंचे जिम्मेदार अधिकारी ने औपचारिकता पूरी करते हुए किसी भी प्रकार से लकड़ी का ईंट भट्टे में उपयोग न होना बताया गया। वहीं शिकायत करने वाले से अपनी शिकायत उठाने का दबाव बनाया जाता रहा। इससे प्रताड़ित शिकायतकर्ता ने जिला मुख्यालय पहुंचकर वनमंडलाधिकारी से शिकायत की। इसमें उसने सहायक वन परिक्षेत्राधिकारी पर आरोप लगाया कि उन्होंने ग्रामीणों को शिकायतकर्ता का नाम देकर उसे डराने-धमकाने के लिए कहा था। इसके बाद ग्रामीणों ने भी ऐसा ही किया। उसने कार्रवाई की अपेक्षा वरिष्ठ अधिकारी से जताई है।
इनका कहना है
ईंट भट्टों में जंगली लकड़ी के इस्तेमाल और वन परिक्षेत्राधिकारी से संबंधित शिकायत प्राप्त हुई है। इस मामले की एसडीओ से जांच कराई जाएगी। जांच के बाद जो निष्कर्ष आएगा, जो दोषी होगा, उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई होगी।
महेंद्र सिंह उइके,
वन मंडल अधिकारी नरसिंहपुर।