नरसिंहपुर। रिश्ते की बहन के सहयोग से 11 वीं की परीक्षा देने आई नाबालिग की आबरू लुटने का सनसनीखेज मामला गोटेगांव थानांतर्गत घटित हुआ है। हालांकि नए पुलिस कप्तान विपुल श्रीवास्तव की तत्परता से पुलिस की विशेष टीम ने 24 घंटे के भीतर आरोपियों को जेल भिजवा दिया है।
घटनाक्रम ये है कि बालिका गोटेगांव के एक गांव में अपनी बुआ के घर आकर रह रही थी। कक्षा 11वीं की छात्रा साधन न होने के कारण परीक्षा देने के लिए यहां आई थी। 9 फरवरी की दोपहर 12 बजे बालिका के रिश्ते की बहन को उसके बॉयफ्रेंड रघुनाथ यादव ने फोनकर नहर के पास बुलाया तो पीड़िता भी बहन के साथ चली गई। नहर पर पुलिया के पास जब तीनों बातचीत कर रहे थे, तभी एक व्यक्ति ने यहां आकर उन्हें धमकाया और बुरी नियत से काम करने की कहने लगा। शिकायत के अनुसार पीड़िता उस व्यक्ति के साथ चली गई। उसे उसकी रिश्ते की बहन व उसके बॉयफ्रेंड ने भी व्यक्ति के साथ जाने दवाब डाला। इस अज्ञात व्यक्ति ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। बालिका के भागने पर रघुनाथ यादव ने उसे पकड़ लिया और बाद में उसने भी उसके साथ दुष्कर्म किया। पघटना की शिकायत 10 फरवरी को होने के बाद पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव के निर्देश पर आरोपितों की पतासाजी के लिए एएसपी सुनील शिवहरे, एसडीओपी परषोत्तम मरावी के मार्गदर्शन मंे गोटेगांव थाना प्रभारी अखिलेश मिश्रा, एसआई मनीषा लिल्हारे, आरक्षक रंजीत सिंह, भास्कर कौरव, अखिलेश पटेल, महेंद्र शुक्ला, शारदा, वंदना, अनिल, रूपेश की विशेष टीम गठित की गई। टीम ने 24 घंटे के भीतर राजाकछार गांव से आरोपित रघुनाथ यादव और बगासपुर निवासी अशोक रजक को गिरफ्तार किया है। दुष्कर्म के मामले में सहयोग देने के लिए पीड़िता की बुआ के जेठ की लड़की को भी सहआरोपी बनाया गया है। तीनों आरोपितों को न्यायालय में पेश करने के बाद उन्हें जेल भेजने की कार्रवाई की गई है।