नरसिंहपुर। कोविड 19 कोरोना वायरस से बचाव के लिए एकतरफ समूचा प्रशासनिक अमला सुबह से रात तक कार्ययोजना बनाने से लेकर मैदान उतरकर व्यवस्थाओं का मुआयना कर रहा है। अधिकारी बाहर से आने वाले यात्रियों की पड़ताल, स्वास्थ्य जांच के साथ अनिवार्यत: क्वारंटाइन करने पर जोर दे रहे हैं। बावजूद इसके सारी कार्ययोजनाएं कहीं-कहीं दम तोड़ती नजर आ रहीं हैं।
ऐसा ही कुछ श्रीधाम स्टेशन पर बुधवार की रात देखने को मिला। यहां ट्रेन से आए लगभग 30 यात्रियों का स्वास्थ्य केंद्र में एक घंटे इंतजार करने के बाद भी जांच परीक्षण नही हो सका। जिससे डॉक्टर आने की राह देखते देखते यात्री बिना जांच कराए ही अपने घरों को चले गए। इस तरह की प्रवृत्ति जिले के लोगों को डराने वाली हो सकती हैं, यदि ऐसा ही हाल रहा तो इस जिले का भगवान ही मालिक होगा।
जानकारी के अनुसर बुधवार की रात ट्रेन से आए लगभग 30 यात्री जांच कराने के लिए स्वास्थ्य केंद्र आये थे, लेकिन जांच के लिए अस्पताल में कोई डॉक्टर मौजूद नही थे। सीबीएमओ और ड्यूटी डॉक्टर इस मामले में एक-दूसरे पर कार्य करने की बात करते रहे। बाहर से आए यात्रियों को श्रीधाम स्टेशन पर सारी प्रक्रिया होने के बाद बोला गया था कि अस्पताल जाकर जांच कराएं। उन्हें सरकारी वाहन से अस्पताल भी लाया गया। लेकिन अस्पताल में डॉक्टर न मिलने से यात्री एक घंटा बैठकर परेशान हताश होकर अपने अपने घर वापस चले गए। जिनका कोई भी चेकअप नहीं किया गया। वही स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ से बात करने पर कहा गया की दूसरे डॉक्टर देखेंगे। दूसरे डॉक्टर से बात करने पर कहा गया की बीएमओ देखेंगे पर दोनों ही उपलब्ध नहीं हुए।
इस तरह स्वास्थ्य केंद्र की लचर व्यवस्था ने यात्रियों को परेशान किया। इस संबंध में एसडीएम निधि गोयल ने बताया कि डॉक्टर मेरा भी फोन नहीं उठा रहे हैं। बाद में एसडीएम ने बताया कि उनको कहा गया है कि आपका दायित्व बनता है आप बीएमओ है आपको ही देखना पड़ेगा।। इसके बाद भी 1 घंटे तक डॉक्टर नही पहुंचे तो सभी यात्री घर वापस लौट गए। इसकी सूचना थाना प्रभारी को भी दी गई तो उनका कहना रहा कि इस तरह की स्थिति में हमारा क्षेत्र कैसे सुरक्षित रहेगा।