प्रशासन की मौजूदगी में ही हुई गोटमार मेले में पत्थरबाजी, पत्थरबाजी में 100 घायल
छिंदवाड़ा। प्रशासन की सारी तैयारियां उस समय धरी की धरी रह गई जब प्रतिबंध के बाद भी लोगों ने गोटमार मेले में प्रशासन के सामने ही पत्थरबाजी शुरू कर दी। मप्र के छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा में कोरोना के भय और प्रशासन की बंदिश के बावजूद बुधवार को गोटमार मेले का आयोजन हुआ। परंपरागत रूप से दो पांढुर्णा व सावरगांव के लोगों ने एक.दूसरे पर खूब पत्थर बरसाए, जिसमें 110 लोग घायल हो गए। मेला स्थल पर 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी और कई अधिकारी मौजूद थे।किन्तु उनकी मौजूदगी भी लोगों को पत्थरबाजी करने से नहीं रोक पाई। गोटमार मेले पर जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण की वजह से प्रतिबंध लगाया था। गोटमार मेले को लेकर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सहित स्थानीय प्रशासन के आला अधिकारियों ने बैठक ली थी, जिसमें बुधवार को होने वाले मेले को रोकने को लेकर तैयारी की गई थी। इसके लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल मेला स्थल पर तैनात किया गया था। तैनात बल खड़ा रह गया और पांढुर्णा और सावरगांव के लोग जाम नदी के किनारे एकजुट होकर पत्थर बरसाते चले गए। गोटमार मेेले मेे हुई पत्थरबाजी में लगभग 110 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। मंगलवार रात को क्षेत्र से पत्थर हटवा दिए गए थे। इसके बाद भी लोगों ने पत्थर जमा कर लिए थे। पुलिस जवानों ने लोगों को रोकने की कोशिश की तो वे भी पत्थरबाजी की चपेट में आए।