नरसिंहपुर। पांच दिनी दीप पर्व के चौथे दिन रविवार को घरों, गोशालाओं में गोवर्धन पूजन किया गया। इसमें गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाकर कृष्ण पूजन हुआ। इसके साथ ही आराध्य का श्रृंगार कर भोग लगाया गया। इस अवसर पर गोवंश का पूजन भी किया गया। भारतीय संस्कृति में गोवर्धन पूजन का विशेष महत्व है। मूलतः यह प्रकृति के पूजन का पर्व है। इसकी शुरुआत भगवान कृष्ण ने की थी। यह पूजा ब्रज से प्रारंभ हुई थी। ग्रामीण परिवेष में इस पर्व का खास महत्व है। इसमें गायों को स्नान कराकर उनका तिलक किया जाता है। साथ ही उन्हें फल, चारा आदि लोग खिलाते हैं।