नरसिंहपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गोटेगांव में नवीन आईसीटीसी केन्द्र का शुभारंभ परियोजना संचालक मप्र राज्य एड्स नियंत्रण समिति डॉ. केडी त्रिपाठी ने किया। डॉ. त्रिपाठी किल कोरोना अभियान की प्रगति की समीक्षा के लिए जिले के प्रवास पर आये थे। उन्होंने जिले में अभियान के क्रियान्वयन और जिला एड्स नियंत्रण समिति के कार्यों पर संतोष प्रकट किया। डॉ. त्रिपाठी भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं।
शुभारंभ अवसर पर डॉ. त्रिपाठी ने कोरोना काल में सामाजिक दूरी बनाये रखने, मास्क का उपयोग करने, साबुन- पानी या सेनेटाइजर से हाथ साफ रखने पर जोर दिया। उन्होंने एड्स से बचाव के लिए जागरूकता बढ़ाने की बात कही।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनयू खान ने बताया कि गोटेगांव में एचआईव्ही जांच एफआईसीटीसी के माध्यम से की जाती थी। यदि इसमें व्यक्ति प्रथम टेस्ट में रिएक्टिव आता था, तो उसे आईसीटीसी जिला चिकित्सालय रेफर किया जाता था। जिला चिकित्सालय में पॉजिटिव आने पर व्यक्ति को एआरटी सेंटर जबलपुर रेफर किया जाता था। इससे व्यक्ति के समय और पैसा दोनों का अपव्यय होता था। अब गोटेगांव में नवीन आईसीटीसी का शुभारंभ होने पर संबंधित व्यक्ति की जांच गोटेगांव में ही हो सकेगी। साथ ही आवश्यकता के अनुसार उसे सीधे एआरटी सेंटर जबलपुर रेफर किया जा सकेगा।
इस अवसर पर नोडल अधिकारी डॉ. देवेन्द्र रिपुदमन सिंह ने बताया कि वर्तमान में जिला एड्स नियंत्रण समिति के अंतर्गत तीन आईसीटीसी, 21 एफआईसीटीसी के माध्यम से एचआईव्ही की जांच कराई जा रही है। जिले में ओएसटी, डीएसआरसी सेंटर कार्यरत हैं। साथ ही तीन एनजीओ संबंधित क्षेत्रों में एड्स से बचाव के लिए अपनी सेवायें दे रहे हैं। श्री प्रशांत सोनी ने एड्स नियंत्रण समिति के अंतर्गत पदो की जानकारी दी। उन्होंने कोरोना काल में लिंक एआरटी सेंटर द्वारा दवाईयों के वितरण के बारे में बताया।
इस मौके पर बीएमओ गोटेगांव डॉ. एनके महलवार, बीईई प्रीतम ठाकुर, राजकुमार विश्वकर्मा, लैब टेक्नीशियन हितेष अग्रवाल, नीरज पाटकार, इमाम मंसूरी और अन्य अधिकारी व स्टाफ मौजूद था।