नरसिंहपुर। कोरोना वायरस से भले ही जिला और प्रदेश फिलहाल अछूता हो लेकिन चीन का ये महासंकट दवा और कंजूमर प्रोडक्ट बनाने वालों के लिए मुनाफाखोरी का जरिया बन गया है। खासतौर से अल्कोहल बेस्ड सेनेटाइजर के नाम पर कालाबाजारी धड़ल्ले से जारी है। कोरोना के पहले 50 -100 रुपए में बिकने वाले ये सेनेटाइजर अब 200 से 1500 रुपए में मिल रहे हैं। वहीं महंगे सेनेटाइजर की तोड़ के
रूप में सस्ती शराब का विकल्प सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। नतीजतन नरसिंहपुर समेत प्रदेश भर में शराब की खपत पिछले कुछ दिनों से बढ़ गयी है। नाम न छापने की शर्त पर जबलपुर के शराब कारोबार से जुड़े व्यक्ति ने बताया कि सामान्य दिनों की तुलना में अभी 30 फीसदी अधिक शराब बिक रही है। लोग सस्ती शराब की फुल साइज बोतल अधिक ले रहे हैं। चिकित्सकों की बात करें तो उनका कहना है कि दो-तीन ढक्कन शराब को एक लीटर पानी में मिला दें तो ये
सेनेटाइजर का विकल्प हो सकता है। हालांकि वे इसकी रिकमंड नहीं कर रहे हैं। उनका मानना है कि कोरोना का संकट अस्थाई है। लेकिन शराब की घर में पहुँच खतरनाक और नशे को बढ़ावा देने वाली है।