नरसिंहपुर: धरने पर किसान बोले- घोटालेबाजों पर मेहरबानी क्यों, हमें दिलाएं 5 करोड़ 27 लाख
केंद्र के कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग
नरसिंहपुर। केंद्र सरकार द्वारा संसद में पारित किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ जिला मुख्यालय में सोमवार से भारतीय किसान यूनियन की जिला इकाई द्वारा अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया गया है। इसमें जिले के अंतर्गत अनाज खरीदी में हुए घोटाला करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
साक्षरता स्तंभ परिसर में धरना दे रहे यूनियन से जुड़े किसानों ने कृषि कानूनों को तत्काल वापस लेने की मांग की। उन्होंने बताया कि प्रदर्शन के माध्यम से किसानों की समस्याओं समेत आने वाले समय में कृषि कानूनों से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक करना प्रमुख उद्देश्य है। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि देश-प्रदेश की सरकारें तत्काल इन कानूनों को निरस्त करे, एमएसपी पर कानून बनाया जाए। किसानों से संबंधित अन्य मुद्दों समेत पूर्व में जिले के अंतर्गत किसानों से समर्थन मूल्य पर की गई चना, मसूर खरीदी के 5 करोड़ 27 लाख रुपये बकाए का भुगतान कराया जाए। अन्य मांगों में किसानों के 2 लाख रुपये तक ऋ ण माफ करने, गन्न्ा किसानों को बोनस राशि के अलावा गाडरवारा समेत अन्य स्थानों पर समर्थन मूल्य पर अनाज खरीदी में हुए करोड़ों रुपये के घोटालों से जुड़े आरोपितों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई। प्रदर्शन में बाबूलाल पटेल, सुबोध शर्मा, घनश्याम यादव, राजेंद्र सोनी, श्याम लाल पटैल, कंछेदी पटैल, तेजबल पटैल,ठाकुर गोविंद सिंह, ठा. इंद्रपाल सिंह, रूप सिंह राजपूत, उपेंद्र राजपूत, लाल साहब पटैल, प्रकाश पटैल, वीरेंद्र पटैल, उत्तम सिंह, रंधौर पटैल, राजा साहू आदि उपस्थित रहे।