नरसिंहपुर। धरमपुरी के ग्रामीण वन विभाग के खिलाफ 2 नवंबर से जिला मुख्यालय स्थित वनमंडलाधिकारी कार्यालय परिसर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने जा रहे हैं। ये धरना शासन द्वारा 1972-73 व 76 -77 में पट्टे पर गरीबों को दी गई भूमि पर वन विभाग द्वारा जबरन कराई जा रही नापजोख, तार फेंसिंग व कृषि कार्य करने से रोकने के खिलाफ है। ग्रामीणों का आरोप है कि बीती 26 अक्टूबर को वनकर्मियों ने उन्हें उनकी भूमि पर बोवनी करने से रोका, थाने में बंद कराने की धमकी दी। 29 अक्टूबर को बातचीत करने गए ग्रामीणों के साथ वनकर्मियों ने गाली-गलौज की। वे इन पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनकी मांग ये भी है कि गरीबों की कृषि भूमि से तार फेंसिंग को हटाया जाए। यदि शासन ने उनकी जमीन वन विभाग को हस्तांतरित की है तो उक्त खसरा नंबर की प्रति उपलब्ध कराई जाए।