संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये प्रवेश द्वार पर होगी प्रारंभिक स्क्रीनिंग
सेनेटाइजर और चिकित्सकीय परामर्श अनुसार हाइड्रोक्लोरोक्विन उपलब्ध कराने के निर्देश
प्रदेश के अस्पतालों एवं स्वास्थ्य संस्थाओं के प्रवेश-द्वार पर ही आगंतुकों की प्रारंभिक स्क्रीनिंग किये जाने के निर्देश जारी किये गये हैं। स्क्रीनिंग में आगंतुकों में सर्दी, खाँसी, बुखार जैसे लक्षणों की जाँच की जायेगी। कोविड-19 के संक्रमण को अस्पतालों में फैलने से रोकने के लिये यह सावधानी बरती जा रही है।
स्वास्थ्य आयुक्त फैज अहमद किदवई द्वारा जारी निर्देशों में स्पष्ट कहा गया है कि कोरोना के संदिग्ध/संक्रमित रोगियों से अन्य रोगियों का सम्पर्क नियंत्रित करने के लिये अस्पतालों में हरसंभव सावधानी बरती जाये। अस्पतालों एवं स्वास्थ्य संस्थानों से कहा गया है कि एक से अधिक प्रवेश और निर्गम व्यवस्था को बंद किया जाये। अस्पताल में प्रवेश व्यवस्था एक ही हो। प्रारंभिक परीक्षण केन्द्र में तैनात पैरामेडिकल स्टॉफ का दायित्व होगा कि बुखार, सर्दी और खाँसी की तकलीफ वाले रोगियों तथा इन मरीज के सम्पर्क में आने अथवा भ्रमण इतिहास वाले रोगियों को सीधे फ्लू की ओपीडी में भेजें।
निर्देश में कहा गया है कि अस्पताल में सोशल डिस्टेंसिंग, प्रारंभिक परीक्षण केन्द्र को हर आठ घंटे में सेनेटाइज करने और रोगियों तथा परिजनों को मास्क लगाने या मुँह ढंकने जैसी सावधानियों का पालन कराना आवश्यक होगा। सम्पूर्ण अस्पताल स्टॉफ को व्यक्तिगत सुरक्षा साधन, सेनेटाइजर और चिकित्सकीय परामर्श अनुसार हाइड्रोक्लोरोक्विन उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये गये हैं।