नरसिंहपुर। कोरोना वायरस के चलते देश भर में प्रवासी मजदूरों द्वारा सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर अपने-अपने घरों की और रवानगी लेने के मामले देखने को मिल रहे हैं। वहीं नरसिंहपुर के जिला प्रशासन ने मानवीय कदम उठाते हुए जिले में मौजूद मजदूरों को सुरक्षित उनके गृह जिले पहुँचाने की पहल की है। शुक्रवार-शनिवार की मध्यरात्रि को कलेक्टर दीपक सक्सेना ने आदेश जारी कर जिला परिवहन अधिकारी से एसडीएम गाडरवारा और करेली को तीन-तीन बसें उपलब्ध करने कहा है।
कलेक्टर ने कहा कि सम्पूर्ण देश में टोटल लॉक डाउन के कारण देश विभिन्न हिस्सों से मज़दूर घर वापस लौट रहे हैं। जबलपुर, सिवनी, छिन्दवाड़ा, मंडला आदि ज़िलों के मज़दूर पनागर, झिकोली, जामगांव, पिटेहरा, कामती आदि के अंदरूनी रास्तों से प्रवेश कर ज़िला नरसिंहपुर की सीमा में दाखिल हो रहे हैं।
कलेक्टर ने बनाई ये व्यवस्था
- लॉक डाउन अवधि में मज़दूरों के परिवहन के लिए जिला परिवहन अधिकारी नरसिंहपुर, 3-3 बसें एसडीएम गाडरवारा और एसडीएम करेली को तत्काल उपलब्ध कराएं। ये बसें गाडरवारा और थाना करेली में रखी जाएँ।
- ज़िले की सीमा में मज़दूरों के दाखिल होने/दिखाई पड़ने पर संबंधित एसडीएम/एसडीओपी मज़दूरों को बस में बैठाकर ज़िले की सीमा के बाहर तक पहुंचाएंगे। इसकी सूचना सीमावर्ती जिले के कलेक्टर को भी दी जाए ताकि वह मज़दूरों के आगे परिवहन के लिये यथोचित व्यवस्था कर सकें।
- बस से रवाना करने के पूर्व मज़दूरों को भोजन पानी कराया जाए और आगे के सफर के लिए उन्हें भोजन के पैकेट अथवा राशन पानी प्रदान किया जाए।
- मज़दूरों को आवश्यकतानुसार चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई जाए।
- कोरोना संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुये बचाव के लिए समस्त आवश्यक उपाय सुनिश्चित किये जाएँ।
- इस व्यवस्था पर होने वाला व्यय कोरोना आपदा प्रबंधन निधि से किया जायेगा।
- यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।