नरसिंहपुर। लोगों को नोट दोगुना करने का लालच देकर धोखाधड़ी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह के 5 सदस्यों को पुलिस ने पकड़ा है, जो जबलपुर निवासी हैं और पड़ोस के कई जिलों में घटनाएं कर चुके हैं। पुलिस सभी आरोपितों से बारीकी से पूछताछ कर रही है।
पुलिस को यह सफलता शिक्षक कॉलोनी निवासी देवेश उर्फ सानू पिता केदारप्रसाद दुबे द्वारा दर्ज कराई गई एक शिकायत की जांच में मिली। जिसका खुलासा शुक्रवार को एसडीओपी पीएस बालरे, थाना प्रभारी प्रभात शुक्ला ने किया। देवेश ने पुलिस को बताया था कि 16 जून को वह अपने साथी देवेंद्र पटेल के ग्राम कुम्हडाखेड़ा में अपने मामा सुमंत मिश्रा के यंहा गया था। इसी दौरान वँहा जबलपुर गुलौआ निवासी राकेश विश्वकर्मा अपने साथ मलखान नायक, मनीष चौधरी, रज्जू उर्फ राज चौधरी, मुनिराज के साथ पहुंचा और कहा कि वह लोग नोट दुगने कर देते है। यदि वह उन्हें 5 हजार रुपये देगा तो वह 50 हजार के नोट देंगे। इसके बाद देवेंद्र राकेश और उसके साथियों को मामा के घर के पीछे ले गया जन्हा पर राकेश ने एक बैग से कांच का एक ग्लास निकाला और तरल पदार्थ से भरी दो शीशी सहित सफेद रंग के चूर्ण वाली डिब्बी निकाली। इसके बाद ग्लास में पानी भरकर उसमे कुछ तरल पदार्थ व सफेद चूर्ण डालकर बैग से निकालकर एक कागज का टुकड़ा डाला जिसे ग्लास से निकाला तो वह 200 रुपये के नोट जैसा हो गया। युवकों ने यह नोट देवेश को दिया और चलाकर देखने कहा तो देवेश ने गांव की ही एक दुकान से अगरबत्ती खरीदी और 50 रुपये उधारी के कटवाकर 100 रुपये लेकर आ गया। देवेश ने पुलिस को बताया कि इसके बाद युवकों ने उससे 5 हजार रुपये लिए व 100 रुपये के नोट के आकार वाली काले रंग के कागज की 5 गड्डी देकर चले गए। उनके जाने के बाद जब वही प्रयोग किया तो नोट नही निकले।
बालाघाट, सिवनी, गोंदिया आदि जिलों में भी शातिर कर चुके है वारदात- थाना प्रभारी श्री शुक्ला ने बताया की मामले में एसपी डॉ. गुरकरन सिंह, एएसपी राजेश तिवारी, एसडीओपी श्री बालरे के निर्देशन में टीम गठित हुई। जिसने जबलपुर जाकर गुलौआ निवासी राकेश विश्वकर्मा, दमोहनाका निवासी मलखान नायक व मढाताल निवासी मनीष चौधरी, रज्जू उर्फ राज चौधरी, मुनिराज बसोर को पकड़ा। जिन्होंने पूछताछ में बताया कि उनका नेटवर्क बालाघाट, सिवनी, गोंदिया आदि जिलों तक है। वर्ष 2016 में भी वह गोटेगांव में एक घटना कर चुके है। थाना प्रभारी का कहना है यह एक अंतर राज्यीय गिरोह है जोकि कई जिलों में घटनाएं कर चुका है। गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश की जा रही है। जिनके पकड़े जाने पर मामले में नए तथ्य सामने आने की उम्मीद है। आरोपितों को पकड़ने में एसआई एसके तिवारी, दिलीप सिंह, रोहित पटेल, एएसआई एसडी यादव, प्रधान आरक्षक राजकुमार, आरक्षक भास्कर पटेल, महेंद्र शुक्ला, चंद्रप्रकाश, सतेंद्र, यमन, राहुल की सराहनीय भूमिका रही। आरोपितों से 5 हजार रुपये नकद एवं काले रंग के कागज वाली 100 रुपये के नोट आकार की 5 गड्डियां बरामद की गई हैं।