जबलपुर में कोरोना से हुई मौत का आंकड़ा घटकर हुआ 2 , पांडेजी को मिला नेगेटिव का सर्टिफिकेट
मृत्यु पूर्व आई थी नेगेटिव रिपोर्ट
जबलपुर। कोरोना संक्रमण के मामले में शतक लगा चुके जबलपुर में कोरोना से अब तीन नहीं केवल 2 ही मौतें गिनी जाएंगी। इसकी वजह विजय नगर निवासी 66 वर्षीय आरके पांडे की जांच रिपोर्ट है। इसके मुताबिक निधन के पूर्व उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। इसलिए उन्हें कोरोना से स्वस्थ हो चुके व्यक्तियों की श्रेणी में शामिल किया जाएगा। इस तरह जबलपुर में कोरोना वायरस से मृत्यु के अभी तक दो मामले ही दर्ज हुए हैं। इसमें स्व शायदा बेगम एवं स्व समसुन्निशा शामिल हैं। ये आधिकारिक जानकारी जनसम्पर्क विभाग ने मंगलवार शाम को दी है।
बताई वजह, चिकित्सकों का ये है मत
गौरतलब है कि सोमबार को चिकित्सकों ने बयान जारी कर बताया था कि भर्ती के पूर्व से ही श्री पांडेय पैर में फ़्रैक्चर, ओबसट्रकटिव यूरोपैथी ( obstructive uropathy), उच्च रक्तचाप से ग्रसित थे तथा फ़्रैक्चर के कारण चल फिर सकने में असमर्थ थे। मूत्र नली में काफ़ी समय से स्ट्रिक्चर होने के कारण मूत्र मार्ग में रुकावट , इन्फ़ेक्शन, किडनियों में सूजन ( बाईलैटरल हाइड्रो नेफ़रोसिस ) आदि की समस्या उत्पन्न हो गई थी। किड्नी सम्बन्धी कारणों से ब्लड यूरिया एवं क्रीऐटिनीन बढ़ने के साथ रक्त में संक्रमण भी फैल गया था। चल फिर सकने में असमर्थ होने के कारण उन्हें थ्रोम्बोसिस एवं एमबोलिज्म का ख़तरा बहुत अधिक था । उन्हें कोरोना के कारण फेफड़ों में निमोनिया आदि की समस्या नहीं थी एवं वे भर्ती के समय से ही ऑक्सिजन सैच्युरेशन मैंटैन कर पा रहे थे। तीन मई को मूत्र मार्ग अवरुद्ध होने से पेशाब की थैली में मूत्र इकट्ठा होने के कारण पेट फूलने की समस्या हुई थी, जिसके लिए इमर्जेन्सी रूप से विशेषज्ञ यूरोलोजिस्ट द्वारा एक ऑपरेशन के माध्यम से उन्हें पेशाब के लिए कैथेटर भी लगाया गया था। उनके उपचार के लिएअन्य विभागों के स्पेशलिस्ट द्वारा भी परामर्श लिया गया था। रात्रि में उन्हें साँस लेने में समस्या होने पर निश्चेतना विशेषज्ञों द्वारा वेंटिलेटर पर रखा गया परंतु समस्त प्रयासों के बाद भी उनकी जीवन रक्षा नहीं हो सकी। विशेषज्ञों के मत में उन्हें पूर्व से अन्य बीमारियों के कारण अधिक ख़तरा था।