एक तरफ प्रदेश समेत जिलेभर को स्वच्छता की कतार में नंबर वन बनाने की मुहिम नगरीय विकास मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही है। वहीं करेली नगरपालिका में स्वच्छता गतिविधियां सिर्फ फोटो सेशन तक सीमित होकर रह गईं हैं। इसका ताजा उदाहरण लक्ष्मीनारायण वार्ड का एक खाली प्लाट है, जहां खुले में शौच के लिए एक-दो नहीं बल्कि आधा दर्जन से अधिक अस्थाई शौचालय बने हुए हैं। यहां मलमूत्र से चहुंओर बदबू नागरिकों का जीना हलाकान किए हुए है लेकिन इस पर जिम्मेदार लोग आंखें मूंदे हुए हैं। खास बात ये है कि जिस जगह ये बाह्य शौच हो रहा है वह हिस्सा शहर के बीचोबीच आबादी से घिरा हुआ है। बाह्य शौच को रोकने के लिए कुछ समय पहले स्थानीय लोगों ने नगरपालिका सीएमओ को शिकायत भी की थी लेकिन कार्रवाई के प्रति उनका सुस्त रवैया देखने के बाद आक्रोशितों ने सीएम हेल्पलाइन की शरण लेना ही उचित समझा। नतीजतन जांच निकाय में आने पर आनन-फानन में सीएमओ ने एक व्यक्ति को नोटिस मात्र जारी कर कर्तव्य की इतिश्री कर दी। ये इकलौता मामला नहीं है, इसके पहले भी अधिकांश सीएम हेल्पलाइन के मामले नोटिस तक सीमित होकर रह गए हैं।
निवर्तमान अध्यक्ष-उपाध्यक्ष ने जताया आक्रोश
स्वास्थ्य, स्वच्छता के मामले में नगरपालिका सीएमओ की कार्यप्रणाली को लेकर शहर के जनप्रतिनिधियों में भी रोष देखने को मिल रहा है। निवर्तमान नगरपालिका अध्यक्ष राजेंद्र रघुवंशी का कहना है कि सीएमओ मैडम मेन रोड पर सिर्फ झाड़ू लगवाती हैं। जबकि हम लोगों द्वारा स्वच्छता के लिए किए गए प्रयासों पर पानी फिर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि खुले में शौच के मामले में पहले हम ज्ञापन देंगे, यदि कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। इसी तरह निवर्तमान नगरपालिका उपाध्यक्ष कृष्णकांत प्रदीप शर्मा भी नगरपालिका सीएमओ की कार्यप्रणाली से खासे क्षुब्ध हैं। उनका तो सीधा-सीधा कहना है कि स्वच्छता बनाए रखने के लिए नगरपालिका अधिकारी जरा भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। लक्ष्मीनारायण वार्ड के खाली प्लाट में खुले में शौच होना, अधिकारी की लचर कार्यप्रणाली को दर्शाता है।
इनका ये है कहनाहां खुले में शौच होने की मुझे जानकारी है। इस संबंध में प्लाट मालिक अशोक क्लॉथ स्टोर्स को नोटिस जारी किया गया है। उन्हें इसे तत्काल प्रभाव से बंद करने को भी कहा है। साथ ही लिखित या मौखिक हमें आश्वस्त करने के लिए भी उनको कहा गया है। इसके बाद भी अगर वह बंद नहीं करते हैं तो अगली कार्रवाई की जाएगी। अब हो न हो देखा जाएगा।स्नेहा मिश्रा, मुख्य नगरपालिका अधिकारी करेली।