करेली में संक्रमित को लाने नहीं पहुंचा वाहन तो वह पैदल चलकर खुद पहुंच गया अस्पताल

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नरसिंहपुर। जिले में लॉकडाउन की पहली वर्षगांठ के पहले ही कोरोना संक्रमितों की संख्या फिप्टी पूरी कर 52 हो गई है। साथ ही चल रही कोविड जांच और स्क्रीनिंग में भी कोरोना संदिग्धों की तादाद बढ़कर 48 हजार 476 तक पहुंच गई है। तीन दिन से जिस तरह नए संक्रमित सामने आ रहे हैं उससे आशंका बढ़ रही कि बचाव के मामले में लोगांे की जागरुकता यदि नहीं बढ़ी तो जिले में हालात एक बार फिर बिगड़ने की स्थिति बन जाएगी। वहीं रविवार को करेली में एक संक्रमित के कोविड वाहन के बजाए टहलते हुए करेली स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने की स्थिति ने व्यवस्था की खामी भ्ाी उजागर कर दी है।
जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रशासनिक कवायद तेज हो गई है। प्रशासन के मैदानी अमले के साथ्ा ही आला अधिकारी भी नगरों, गांव-कस्बों का भ्रमण कर लोगों को संक्रमण से बचाव के लिए हिदायत दे रहे हैं। गाइड लाइन की अनदेखी पर जुर्माना करने की कार्रवाई चल रही हैं। बावजूद इसके कई लोग संक्रमण से अपने और दूसरों के बचाव के मामले में हद दर्जे की लापरवाही बरत रहे है। जिले में फिलहाल एक मात्र कोविड सेंटर जिला अस्पताल में चल रहा है जहां जिले भर के संक्रमितों का इलाज चल रहा है। कलेक्टर ने बीते दिनों अन्य निकायों में कोविड सेंटर आवश्यक सुविधाओं के साथ शुरू करने के निर्देश तो दे दिए हैं। लेकिन स्टेट से सेंटरों को चालू करने अब तक कोई फरमान नहीं आ सका है। जिससे स्वास्थ्य कर्मचारी भी पशोपेश में है कि यदि स्टेट के बिना निर्देशों के सेंटर चालू करेंगे तो बजट का प्रबंध कहां से होगा। जिले में संक्रमितों की संख्या 52 तक पहुंच गई है जिससे स्वास्थ्य महकमा भ्ाी परेशान है कि यदि मरीजों की संख्या इसी तरह बढ़ी तो सेंटर में फिर पलंग बढ़ाने की नौबत बन सकती है। जिले के सभी अस्पतालों में सर्दी-खांसी के मरीजों की जांच के साथ ही कोविड जांच व स्क्रीनिंग के बाद 48 हजार 476 मरीजो को प्रशासन ने कोरोना संदिग्ध के तौर पर चिन्हित किया है। यह आंकड़ा जितना प्रशासन के लिए चिंता का विषय है उससे कहीं अधिक आमजनों के लिए साबित हो रहा है। लोग कहने लगे है कि जिले में प्रशासन का जिस तरह से रुख सामने आ रहा है, संक्रमित बढ़ रहे है उससे आशंका बढ़ रही है कि कभी भी प्रशासन पुन: लॉकडाउन जैसी स्थिति न ला दे।

संक्रमित गनेश वार्ड का था जिसे अस्पताल जाने के लिए तैयार रहने कहा गया था वह समझा कि करेली अस्पताल ही जाना है तो पैदल आ गया था। यहां उसे इम्युनिटी बढ़ाने दवाइंया दी गईं उसके बाद गाडरवारा से 4 मरीजों को लेकर आई एंबुलेंस से उसे मैने स्वयं जिला अस्पताल भिजवाया है। अभी यहां पर कोविड सेंटर शुरू नहीं हुआ है।
डॉ. विनय ठाकुर, सीबीएमओ करेली

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