करकबेल में संयुक्त किसान मोर्चा एवं राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के पदाधिकारियों और बड़ी संख्या में मौजूद किसानों ने करकबेल में रैली निकाली। रेलवे स्टेशन पहुंचने पर पुलिस ने उन्हे रेलवे स्टेशन के अंदर जाने से मना किया तो किसानों और पुलिस के बीच कहासुनी हुई व काफी देर तक नोकझोक होती रही। किसानों ने कहा कि वे लोकतांत्रिक तरीके से अपने आंदोलन के तहत आज रेल रोको आंदोलन कर रहे हैं किन्तु पुलिस उन्हे बलपूर्वक रोक रही है। काफी देर तक नारेबाजी करते हुए किसान रेलवे गेट करकबेल के समीप धरने पर बैठ गए। तत्पश्चात किसानों ने रैली निकालकर कृषि मंडी करकबेल में एक सभा की जहां अनेक किसान वक्ताओं ने कहा कि एक वर्ष होने को आया है दिल्ली के साथ किसान देश के कई भागो में आंदोलन कर रहे हैं परंतु केन्द्र की किसान विरोधी सरकार तानाशाही रवैया अपनाकर आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही है। इसी का परिणाम है कि केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के संरक्षण में किसानों को कुचल दिया गया। किसानों ने मांग की कि सभी दोषियों पर कड़ी कार्यवाही कर प्रधानमंत्री केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करें और उन पर आपराधिक मामला दर्ज किया जाए। उक्त मौके पर महाकौशल प्रांत अध्यक्ष ऋषिराज पटेल, जिला अध्यक्ष कमल सिंह लोधी, तहसील अध्यक्ष रामजी गुमास्ता, ठाकुर सिंह, तरबर सिंह लोधी, किसान नेता देवेंद्र पाठक, चौधरी लोकेश सिंह पटेल, अरविंद पटेल, मातबर सिंह लोधी, राजेश सिंह पटेल ,रविंद्र सिंह पटेल, देवेंद्र दुबे, कुंज बिहारी यादव, मनोज गिरी गोस्वामी, सत्यम लोधी, विजेंद्र पटेल, देवराज पटेल, मस्तराम गुमास्ता, जितेंद्र लोधी ,ठाकुर खूब सिंह लोधी, तेजबल लोधी, डोमन सिंह लोधी,लखन पटेल, गुड्डू शशि कपूर, छोटा राव साहब, मुकेश कुशवाहा, सुशील पाटीदार, विपिन पटेल आदि बड़ी संख्या में क्षेत्रीय किसान एवं मजदूर उपस्थित रहे।