नरसिंहपुर/गाडरवारा/कौंड़िया। जिले में वैसे तो वर्ड फ्लू के असर को लेकर प्रशासन को कहीं से कोई सूचना नहीं मिली है। लेकिन कुछ स्थानों पर मृत मिल रहे पक्षियों को देख लोग आशंकित हैं कि कहीं यह वर्ड फ्लू का असर तो नहीं है। सांईखेड़ा ब्लाक के ग्राम देवरी में एक मकान की छत पर बीते दिनों एक कौआ मृत मिलने से लोग कयास लगाते रहे कि कौआ की मौत कैसे हुईं। वहीं ग्राम कौड़िया में भी अखिलेश द्धिवेदी के घर की छत पर एक गेगा चिड़िया मृत पाई गई। जैसे ही यह जानकारी ग्रामीणों को लगी तो वह भी हैरत में रहे कि अचानक पक्षियों की इस तरह मौत कैसे हो रही हैं। सीएमएचओ डॉ. पीसी आनंद ने बताया कि जिले में अभी तक वर्ड फ्लू के संक्रमण से जुड़ी कोई सूचना नहीं आई है। यदि ऐसी कोई सूचन आती है तो उसके बाद शासन से मिले निर्देशों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी और लोगों को जागरूक किया जाएगा।
वहीं इसे संबंध में उप संचालक पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी दिनेश अवस्थी ने बताया कि सांईखेड़ा और कौंड़िया में मृत मिले पक्षियों का डीआइ लैब में परीक्षण कराया जा रहा है। यहां की रिपोर्ट के बाद पता चलेगा कि आखिर इनकी मौत का वास्तविक कारण क्या है। फिलहाल जिलेभर में अलर्ट कर दिया गया है। बुधवार को एसीएम के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में भी बर्ड फ्लू को लेकर एहतियात बरतने के निर्देश जारी हुए हैं। इसके लिए जिले की नोडल अधिकारी डॉ. प्रगति पटेल को बनाया गया है। जिले के सभी पशु चिकित्सक सहायक नोडल अधिकारी की भूमिका में होंगे।